PRAYAGRAJ: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आगमन होने वाला है। दरअसल राष्ट्रपति इलाहाबाद हाईकोर्ट की नई बिल्डिंग की आधारशिला रखने के उपलक्ष्य में आ रहे हैं। इसी बीच योगी सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए सपा नेत्री को घर में नजरबंद कर दिया है।
राष्ट्रपति जी के दौरे पर मुझहाउस अरेस्ट कर देना यह राष्ट्रपति के पद की गरिमा से खिलवाड़ है।#भाजपा #संवैधानिक पदों की गरिमा को धूमिल कर रही है
— Dr.Richa Singh (@RichaSingh_Alld) September 11, 2021
राष्ट्रपति के दौरे का बीजेपी राजनीतिकरण कर रही।@yadavakhilesh @IPSinghSp @suryapsingh_IAS @rohini_sgh @pbhushan1 @waglenikhil pic.twitter.com/zwqXwZelK8
इस वक्त की बड़ी खबर उत्तर प्रदेश से आ रही है। जहां इलाहाबाद में राष्ट्रपति के दौरे से पहले सपा नेत्री और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता ऋचा सिंह को नजरबंद कर दिया गया है। राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर कानून व्यवस्था और सुरक्षा का हवाला देते हुए ऋचा सिंह को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया है। आज इलाहाबाद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तमाम अधिकारी मौजूद रहेंगे। इस कृत्य को ऋचा सिंह ने गलत करार देते हुए कहा कि भाजपा संवैधानिक पदों की गरिमा को धूमिल कर रही है। इसके अलावा राष्ट्रपति के साथ दौरे का बीजेपी राजनीतिकरण कर रही है, जो कहीं से भी उचित नहीं है।
विदित हो कि सपा नेत्री का विवादों से पुराना नाता रहा है। साल 2020 में अफवाह फैलाने के आरोप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ प्रयागराज जनपद के थाना कर्नलगंज में आईआर दर्ज की थी। इन लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन एवं आई.टी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई। पुलिस ने बताया था कि ऋचा सिंह समाजवादी पार्टी के टिकट पर प्रयागराज जनपद के शहर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ भी चुकी हैं। बता दें, ऋचा सिंह के खिलाफ साल 2020 में ही रंगदारी मांगने के मामले में भी एफआईआर दर्ज हुई थी। महिला छात्रावास में काम करने वाली फर्म कपूर कंस्ट्रक्शन कंपनी के संजय कपूर ने एफआईआर दर्ज कराई थी। ठेकेदार का आरोप था कि ऋचा , कमीशन के लिए दबाव बना रही थीं।