LUCKNOW : पिछले साल अप्रैल माह में हुए माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड मामले में यूपी पुलिस को क्लीन चिट मिल गई है. आज विधानसभा में योगी सरकार ने मामले की जांच कर रही न्यायिक आयोग की रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसमें यूपी पुलिस को बेदाग बताया है. रिपोर्ट की मानें तो अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पूर्व नियोजित नहीं थी. पुलिस के लिए इस घटना को टालना संभव नहीं था. पुलिस की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई
अपराधियों से मिली भगत के नही मिले सबूत
उत्तर प्रदेश के माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या की जांच रिपोर्ट के अनुसार, राज्य और पुलिस तंत्र के मिलीभगत से जुड़े कोई सबूत नहीं मिले हैं। जिसके बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस दिलीप बाबा साहब भोंसले की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि यह हत्या पूर्व नियोजित साजिश थी जिसे टाला नहीं जा सकता था।
बीते साल अप्रैल में हुई थी हत्या
आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जिसके बाद योगी कैबिनेट ने इस जांच रिपोर्ट को सदन पटल पर रखने की मंजूरी दी थी.
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में हुई थी. जांच के दौरान 87 गवाहों के बयान, सीसीटीवी और वीडियो फुटेज की समीक्षा के बाद, आयोग ने पाया कि घटना अचानक हुई और पुलिस कर्मियों की प्रतिक्रिया तत्काल और सामान्य थी