पटना- बिहार में 2019 लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में सत्ताधारी एनडीए का टकराव खुलकर सामने आने लगा है. गुरुवार को मोदी सरकार के 4 साल पूरे होने पर आयोजित एनडीए के भोज से किनारा करने वाले केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा अगले दिन शुक्रवार को पटना पहुंचे. पटना पहुंचने के बाद उपेन्द्र कुशवाहा ने भले ही एनडीए की एकजुटता की बात कही लेकिन पटना से तुरंत अपने संसदीय क्षेत्र के लिए रवाना हो गए.जानकारी के मुताबिक उपेन्द्र कुशवाहा रविवार को पटना लौटेंगे.
मालूम हो कि आज शुक्रवार को डिप्टी सीएम सुशील मोदी की तरफ से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है. सुशील मोदी के इफ्तार पार्टी में एनडीए के तमाम नेताओं को आमंत्रित किया गया. ऐसे में केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा का अपने संसदीय क्षेत्र के लिए रवाना होना कई सवाल खड़ा करता है.
मालूम हो कि गुरुवार को मोदी सरकार के 4 साल पूरे होने पर भोज का आयोजन किया गया. इस भोज में सीएम नीतीश कुमार समेत एनडीए के बड़े चेहरों ने हिस्सा लिया.लेकिन रालोसपा नेता और केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने व्यस्त होने की बात कह कर भोज से किनारा कर लिया. उपेन्द्र कुशवाहा ने तो भोज में शामिल नहीं हुए लेकिन उनकी ही पार्टी के नेता नागमणि ने पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को बिहार का सबसे बड़ा चेहरा बता दिया. नागमणि ने कहा कि नीतीश कुमार का कोई जनाधार नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने की भी मांग की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर बिहार में एनडीए को जीत दिलानी है तो कुशवाहा को सीएम बनाना होगा..बिहार में बीजेपी के बाद रालोसपा का सबसे बड़ा जनाधार है. नागमणि के इस बयान के बाद सियासी गलियार में चर्चा तेज हो गई क्या एनडीएम में सब ऑल इज वेल है.