DESK: कोरोना के बढ़ते संकट के बीच उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी के सदस्यों को लॉक डाउन के बीच पैदा हुए संकट के बीच जनता की मदद करते रहने का मंत्र दिया. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने बताया कि दिनांक 10 मई और 11 मई को रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रालोसपा के सभी जिलाध्यक्ष और प्रमुख नेता जुड़े.
उपेंद्र कुशवाहा ने सभी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लॉक डाउन की परिस्थिति में बाहर से आने वाले मजदूरों की परेशानी और विभिन्न स्थानीय मुद्दों को लेकर जागरूक रहें. इस बात का ख्याल रखें कि कोई भी भूख से ना मरे. जरूरत पड़ने पर सोशल डिस्टेंनसिंग का पालन करते हुए आंदोलन भी करें.
कुशवाहा ने कहा की विधानसभा चुनाव समय पर ही होगा. सत्ताधारी दल के लोग जानबूझकर इस बात को प्रचारित करेंगे की चुनाव समय पर नहीं होगा और इसे आगे टाला जाएगा लेकिन उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते हुए चुनाव की तैयारी को अंतिम रूप देने में सभी साथी लग जाएं. बैठक में प्रस्ताव पारित करते हुए वर्तमान संकट से निपटने में राज्य सरकार की लापरवाही एवं घोर अराजकता पूर्ण रवैया की आलोचना की गई. साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटरस की बदइंतजामी पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई.
बैठक में कई प्रस्ताव में एक नीतीश सरकार के खिला भी लाया गाय जिसमें राज्य सरकार पर आरोप लगाया गया कि बिहार एवं बिहार से बाहर फसे मजदूरों, छात्रों एवं अन्य लोगों को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया और राहत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई. चिंता की बात यह है कि एक तरफ संकट दिन-प्रतिदिन गहराता जा रहा है और राज्य सरकार अपने रवैया से बाज नहीं आ रही है.