ऐतिहासिक धरती 'गया' में 'नीतीश' का भारी विरोध...वापस जाओ-वापस जाओ के लगे नारे, ठगा महसूस कर रहे लोगों ने सरकारी बैनर-पोस्टर को फाड़ डाला

GAYA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों समाधान यात्रा पर हैं. मकसद है लोगों की समस्याओं का समाधान करना. लेकिन समस्या का समाधान कम, दिखावा ज्यादा हो रहा. प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री को उसी जगह ले जा रहे जहां पहले से ही सबकुछ ठीक कर दिया गया हो. यानि रंग-रोगन किये गए जगह पर जाकर सीएम नीतीश अपनी पीठ खुद थपथपा रहे. आम जनता अब इस दिखावे से त्रस्त हो गई है, लिहाजा जगह-जगह मुख्यमंत्री का विरोध किया जा रहा। आज ऐतिहासिक धऱती गया में लोगों का आक्रोश देखने को मिला. लोगों ने जमकर नारेबाजी की और सरकारी बैनर-पोस्टर फाड़ डाले।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ आज बोधगया प्रखंड के इलरा गांव पहुंचे। जहाँ सबसे पहले उन्होंने नीरा से बनाए जा रहे तिलकुट और लाई का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने जीविका के महिलाओं से मुलाकात की। वही जीविका के महिलाओं ने नीतीश कुमार को बताया की हमलोग नीरा से मिठाई बनाकर बेच रहे है। उससे काफी मुनाफा हो रहा है।
साथ ही जीविका समूह से जुड़कर भी उन्हें बहुत से फायदा मिल रहे है। इसके अलावा जीविका के महिलाओं ने नीतीश कुमार को गाना गाकर सुनाया। वही गाना सुनने के बाद वापस बोधगया सांस्कृतिक केंद्र चले गए। इधर पंचायत सरकार भवन का भी नीतीश कुमार के कर कमलों द्वारा उद्घाटन करना था। लेकिन नीतीश कुमार पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन किए बिना ही वापस चले गए। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया।
ग्रामीण जिला प्रशासन मुर्दाबाद का नारा भी लगा रहे थे। साथ ही मुख्यमंत्री वापस जाओ के भी नारे लगाये। ग्रामीणों ने बताया कि हमलोग लगभग पांच हजार की संख्या में नीतीश कुमार का पंचायत सरकार भवन के पास इंतजार कर रहे थे। लेकिन नीतीश कुमार सिर्फ जीविका के महिलाओं का गाना सुनकर वापस चले गए।