मुखिया समर्थकों का उत्पात, पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील

मुखिया महातम चौधरी व बेटे सत्येंद्र यादव हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गोपालगंज के पिडरा गांव में गुरुवार को भारी बवाल देखने को मिला। हजारों की संख्या में मुखिया समर्थक सड़क पर उतर गये और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। बवाल को देखते हुए आनन-फानन में आलाधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। 

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सड़क से लेकर गली तक में पुलिस की तैनाती कर दी गयी है। मीरगंज थाने में कंट्रोल रूम बनाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीडीसी, एडीएम और डीसीएलआर को मौके पर रहने का निर्देश दिया गया है। हंगामा कर रहे लोगों की मुख्य पांच मांगे हैं। मुखिया महातम चौधरी की दोनों बहुओं को सरकारी नौकरी, हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच, गोलीकांड में घायल के इलाज के लिए अतिरिक्त 10 लाख रुपये की व्यवस्था, परिवार की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम और बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाए। बताया जा रहा है कि गुस्साये लोगों ने पथराव भी किया है। 

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लोगों को शांत करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। आपको बता दें कि मंगलवार की शाम बलेसरा पंचायत के दबंग मुखिया महातम चौधरी अपने घर के कैंपस में परिवार के साथ बैठे थे तभी बाइक सवार हथियारबंद अपराधी घर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग करने लगते हैं। जिससे मुखिया, उनकी पत्नी प्रभावती देवी, बेटा सत्येन्द्र यादव और नागेंद्र यादव गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गये थे। 

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बाद में इलाज के दौरान मुखिया महातम चौधरी व उनके 35 वर्षीय बेटे सत्येंद्र यादव की अस्पताल में मौत हो गयी, जिससे मुखिया समर्थक उग्र हो गये और हंगामा करने लगे।