PATNA : देश में अगस्त में किसी भी राज्य में यूरिया की कमी नहीं हुई है। सिर्फ बिहार ही इकलौता ऐसा राज्य हैं, जहां सरकार का कहना है कि पर्याप्त यूरिया उपलब्ध नहीं हुई है। जबकि केंद्र से मांग से अधिक यूरिया बिहार को उपलब्ध कराया गया है। बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने सीधे सीधे आरोप लगा दिया है कि यहां भारी पैमाने पर यूरिया वितरण में फर्जीवाड़ा हुआ है। उन्होंने राज्य सरकार से इस घोटाले की जांच करने और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस साल पर्याप्त मात्रा में बिहार को यूरिया उपलब्ध कराई है। लेकिन उसकी कालाबाजारी यहां हुई है। इस दौरान उन्होंने बताया कि अगस्त माह में बिहार को 8.34 लाख मिट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता थी, इसके एवज में केंद्र से 8.77 लाख मिट्रिक यूरिया सरकार को उपलब्ध कराई गई। जिसमें 7.64 लाख मिट्रिक टन यूरिया को सेल कर दिया गया। इसके बाद यहां यूरिया की कमी को बताया गया है।
सुधाकर सिंह को दिया धन्यवाद
इस दौरान बेतिया सांसद ने बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने यह कबूल किया कि यहां यूरिया वितरण में अधिकारी और फर्टिलाइजर व्यवसायी मिली भगत कर यूरिया की कमी पैदा कर रहे हैं। जिसके कारण छोटे और मंझौले किसान यूरिया की कमी के कारण परेशान हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर होती है यह सारी गड़बड़ियां
डा. संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में यूरिया की ब्लैक मार्केटिंग हो या बालू का अवैध कारोबार, यह सभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर होता है। मुख्यमंत्री के मर्जी से अफसरशाही होती है और यह उन्हें जानकारी है। बीजेपी कोटे के मंत्री जनक राम के समय भी बालू में गड़बड़ी का काम मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुआ था। बालू से जुड़ा हुआ पूरा काम निगम बनाकर विभाग के अधिकारियों को दे दिया गया था
कार्रवाई की मांग
यूरिया कालाबाजारी की जांच केंद्र सरकार से हो मैं इसकी मांग करता हूं। अगर सरकार यूरिया घोटाले के खिलाफ एक्शन नहीं लेगी तो भाजपा आंदोलन करेगी। इस दौरान उन्होंने बेगूसराय गोलीकांड पर सरकार की कानून व्यवस्था को फेल बताते हुए गोली के शिकार युवक के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की है।