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लड़कियों से यौन शोषणः नींद की दवा खिलाकर 'रेप' करते..सुबह कपड़े खुले मिलते....ट्रेनिंग के नाम पर गंदा काम, ट्रेन से 12 लड़कियों को किया गया रेस्क्यू

लड़कियों से यौन शोषणः नींद की दवा खिलाकर 'रेप' करते..सुबह कपड़े खुले मिलते....ट्रेनिंग के नाम पर गंदा काम, ट्रेन से 12 लड़कियों को किया गया रेस्क्यू

PATNA: नौकरी और ट्रेनिंग देने के बहाने लड़कियों के यौन शोषण करने का मामला उजागर हुआ है.  महिला हेल्पलाईन की सूचना पर मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने  12 लड़कियों को ट्रेन से उतारा है। मामले का खुलासा तब हुआ जब झारखंड की 16 साल लड़की यौन शोषण कराने वाले गिरोह के झांसे में आ गई। लड़की को नींद की गोली देकर रेप किया जाता था। लड़की सुबह उठती थी तो कपड़े खुले मिलते थे। पीड़िता ने महिला हेल्प लाइन में काउंसिलिंग के दौरान ये बातें बताई है। मामला रक्सौल से जुड़ा है. 

मामला पूर्वी चंपारण के रक्सौल की है. एक लड़की ने ट्रेनिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। शुरुआत में सब ठीक रहा, लेकिन कुछ दिन बाद परिवार की लड़की से बात होनी बंद हो गई। इसके बाद मां ने पुलिस में केस दर्ज कराया। फिर पटना महिला हेल्प लाइन को इसकी सूचना दी गई। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ लड़के-लड़कियां सद्भावना एक्सप्रेस से कहीं जा रहे हैं। इसके बाद रेल एसपी मुजफ्फरपुर ने पुलिस को एक्टिव किया। पुलिस ने 12 लड़कियों को ट्रेन से उतारा है।

मुजफ्फरपुर रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष ने बताया कि सद्भावना एक्सप्रेस से उतारे गए युवक और युवतियों के परिजनों को जानकारी दे दी गई है। साथ ही महिला हेल्प लाइन से काउंसलिंग भी कराई गई है। इसकी एक विस्तार से रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई है।

बताया जाता है कि रक्सौल में डीबीआर नाम की एक कंपनी है. यहां कंप्यूटर कोर्स के साथ आयुर्वेदिक दवा की मार्केटिंग करने की ट्रेनिंग दी जाती है। इससे बिहार-झारखंड और बंगाल के 12 सौ से अधिक युवक-युवती जुड़े हुए हैं। फिलहाल सभी फरार बताए जा रहे हैं, मोबाइल भी इनका बंद हैं।

 नाबालिग बच्ची की मां ने रक्सौल थाने में दर्ज शिकायत में बताया था कि मेरी बेटी अपनी स्कूल की सहेली के साथ वहां पहुंच गई थी। तीन हजार रुपए देकर उसने रजिस्ट्रेशन भी कराया था। मैं बेटी के साथ वहां रह रही थी। कुछ दिन बाद संस्थान के लोगों ने मुझे जबरदस्ती मिथिला एक्सप्रेस में बैठाकर घर भेज दिया। घर आने के 2 दिन तक मेरी बेटी से बात होती रही। इसके बाद बात होना बंद हो गया। बेटी ने किसी तरह किसी लड़की के मोबाइल से फोन कर वहां के हालात बताए। इसके बाद एसएसबी और अन्य संस्थानों की मदद से रक्सौल थाने में केस दर्ज कराया।

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