राज्यसभा ने बुधवार को 5 सदस्यों को भावभीनी विदाई दी। राज्यसभा में विदाई भाषण के दौरान एक सदस्य भावुक हो गए। अन्नाद्रमुक सांसद वासुदेवन मैत्रेयन अपने भाषण के दौरान भावुक हो गए और अपने आंसू नहीं रोक पाए। उन्होंने सदन से अपील की कि उनके निधन पर सदन में शोक ना जताया जाए।
जब सांसद मैत्रेयन अपना विदाई भाषण देने के लिए सदन में खड़े हुए तो कहा कि सदन में 14 साल से अधिक का सफर आज खत्म हो रहा है। इतना कहते ही वह भावुक हो गए और सदन में ही रो पड़े।
इस दौरान उन्होंने कई साथियों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि आज विदा लेते हुए अपने खास दोस्त अरुण जेटली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताते हैं।
उन्होंने इस दौरान कहा कि जब 2009 में श्रीलंका में कई तमिल लोगों की मौत हुई तो राज्यसभा में शोक नहीं जताया गया था, जिससे मुझे काफी तकलीफ पहुंची थी। इसलिए मैं सदन से अपील करता हूं कि मेरे मरने पर भी कभी सदन में कोई शोक प्रस्ताव नहीं लाया जाए। राज्ससभा ने बुधवार को अपने 5 सदस्यों को भावभीनी विदाई दी।