PATNA: महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे।आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।लेकिन निधन के बाद भी बेशर्म सरकारी सिस्टम कोरम पूरा करने से भी चुक जा रही है।बेहद शर्मनाक तो यह है कि एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके निधन पर शोक जताते थक नहीं रहे थे तो दूसरी तरफ बेशर्म सिस्टम शव को ले जाने के लिए एक एंबुलेंस तक भी उपलब्ध नहीं करा पा रही थी।ऐसा हम नहीं बल्कि उनके परिजनों का आरोप है।
अंधा के आगे रोना अपना दीदा खोएं....
पीएमसीएच में वशिष्ठ बाबू की लाश घंटों स्ट्रेचर पर एंबुलेंस की आश में पड़ी रही।परिजन इंतजार करते रहे कि कोई भी सरकारी अमला आएगा और उनकी थोड़ी मदद करेगा।लेकिन की बात तो छोड़िए न तो पीएमसीएच प्रशासन और न हीं सरकारी सिस्टम मदद को सामने आया।परिजन कहते हैं कि भाड़ा पर एंबुलेंस कर इनके शव को पीएमसीएच से ले जायेंगे।बड़े हीं दुख के साथ परिजन कहते हैं---अंधा के आगे रोएं- अपना दीदा खोएं.......।
बता दें कि महान भारतीय गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का आज पटना में निधन हो गया है। वो पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने पटना के पटना मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (पीएमसीएच) में दम तोड़ा। गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का अंतिम संसकार राजकीय सम्मान के साथ भोजपुर स्थित उनके पैतृक गांव में होगा।
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