MOKAMA: राजेन्द्र सेतु की जर्जर स्थिति को देखते हुए सभी तरह के वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। डीएम ने ये निर्देश जारी किया है। मरम्मत कार्य पूर्ण होने के बाद अब गाड़ियों का परिचालन शुरू होगा।
वाहनों का परिचालन रोकने संबंधी रेलवे की चिट्ठी के बाद एनएचएआई ने एक रिपोर्ट तैयार की है। एनएचएआई के इंजीनियरों ने रिपोर्ट में पुल के कई अहम हिस्से को खतरनाक बताया है।इसके बाद डीएम ने परिचालन रोकने का फैसला लिया है।
गौरतलब है कि एनएचएआई का कहना है कि यदि पुल पर वाहनों का परिचालन बंद नहीं किया गया तो इसका कोई हिस्सा कभी भी टूट सकता है। इस पर बाइक और ई-रिक्शा को छोड़ कर किसी भी प्रकार का वाहन चलाना खतरनाक है।
राजेंद्र पुल पर परिचालन बंद होने के बाद उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार आने के लिए वाहनों के पास गांधी सेतु और जेपी सेतु का विकल्प होगा। इस दौरान उनका सफर लगभग 30 किमी बढ़ जाएगा। हालांकि पुल से ट्रेन का सफर जारी रहेगा।