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नौवीं क्लास में पढ़ने वाली तीन छात्राओं की छड़ी से पिटाई करने का वीडियो वायरल, प्राचार्य ने कहा- एक शिक्षक ने बदनाम करने के लिए वीडियो वायरल कर दिया

नौवीं क्लास में पढ़ने वाली तीन छात्राओं की छड़ी से पिटाई करने का वीडियो वायरल, प्राचार्य ने कहा- एक शिक्षक ने बदनाम करने के लिए वीडियो वायरल कर दिया

हाजीपुर- केके पाठक के अपर मुख्य सचिव होते हीं शाक्षा विभाग में अमूल चूल परिवर्तन हुआ है . जहां शिक्षक समय से स्कूल पहुंच जा रहे हैं वहीं देर होने पर छात्राओं को भी समय से आने की हिदायत दी जा रही है. हाजीपुर के एक स्कूल में  तीन छात्राएं देर से आयीं तो  तो स्कूल के प्राचार्य ने तीनों की पिटाई कर दी. केके पाठक ने छात्राओं को स्कूल ड्रेस में आने की हिदायत दी तो एक छात्रा के ड्रेस में नहीं आने पर प्राचार्य ने डांटा और छड़ी से पिटाई कर दी..   इसका वीडियो वायरल हो रहा है.

 वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले को लेकर काफी चर्चाओं का बाजार गर्म है. मामला वैशाली के महुआ वैशाली विद्यालय का है. यह विद्यालय आजादी से पहले का है इस विद्यालय में 42 सौ ज्यादा छात्र छात्राएं पढ़ते हैं यहां नवमी, दशमी और 11वीं 12वीं की पढ़ाई होती है. वायरल वीडियो में छड़ी से किशोरियों को पीटते हुए दिखने वाले शख्स महुआ वैशाली विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ रामबालक राय बताए गए हैं. 

वहीं इस मामले में न्यूज4 नेशन ने जब प्राचार्य डॉक्टर रामबालक राय से बात किया गया तो उन्होंने स्वीकार किया की वीडियो में दिखने वाले शख्स वह खुद हैं. इतना ही नहीं उन्होंने इस विषय में सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने बच्चियों की पिटाई नहीं की है बल्कि डिसिप्लिन में  रहें इसके लिए हल्के से छड़ी से मारा है. वह भी इसलिए की एक बच्ची ने ड्रेस कोड का पालन नहीं किया था. उन्दोहोंने कहा कि  बच्चियों एग्जाम में आधे घंटे लेट से आई थी. साथ ही डॉक्टर रामबालक राय ने यह भी कहा है कि यह वीडियो एक शिक्षक के द्वारा खींचकर उन्हें बदनाम करने के लिए वायरल किया गया है. उनका इरादा बच्चियों की पिटाई करना नहीं था बल्कि उन्हें अनुशासन सिखाना था.

बहरहाल छात्रों को अनुशासन सिखाना कहीं से गलत नहीं कहा जा सकता है. समय का पाबंद होना बहुत जरुरी है. लेकिन इसे सिखाने के लिए कठोर दंड देने से बचाना हीं होगा. वायरल वीडियो क्यों लीक हुआ,किसने लीक किया, ये जांच का विषय हो सकता है, लेकिन कड़े दंडात्मक कार्रवाई से प्रिंसपल साहब को परहेज तो करना हीं चाहिए.

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