जहानाबाद। मखदुमपुर विधायक के हिंदू देवी देवताओं पर वायरल वीडियो पर विधायक सतीश दास खुद को घिरता देख ने अपना पक्ष मीडिया के सामने रखा है। उन्होंने कहा है कि उक्त वीडियो को एडिट किया गया है, ताकि मेरी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। उन्होंने बताया यह वीडियो तब का है, जब मैं पिछड़े इलाकों में एक्टिविस्ट के तौर पर काम कर रहा था। वायरल वीडियो पर से पर्दा उठाते हुए कहा कि यह वीडियो 4 साल पुराना है।
राजद विधायक ने कहा चार साल पहले हम हम छुआ छूत और अंधविश्वास भगाने के लिये समाज मे घूमते थे। उन्होंने कहा कि वीडियो में बात का बतंगड़ बनाया गया है। मुझे विधायक बताया गया है, जबकि उस समय मैं एक्टिविस्ट के तौर पर काम कर रहा था।
अपनी बात पर दिखे कायम
शिवलिंग पूजा को लेकर दिए गए बयान का समर्थन करते हुए कहा यह समाज में गलत देता है या नहीं, लोगों को खुद सोचना चाहिए। होलिका को पिछड़ बतानेवाले बयान पर उन्होंने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं, वह साबित करें कि होलिका के साथ जो हुआ वह सही था।
33 करोड़ देवी देवताओं को भी घेरा
राजद विधायक ने हिन्दू धर्म ग्रंथों में वर्णित 33 करोड़ देवी देवताओं पर बात करते हुए कहा कि इतने देवी देवताओं के होने के बाद देश में दुष्कर्म, हत्या की घटनाएं क्यों हो रही है। कहां हैं उनकी ताकत। आज पिछड़े तबके के बेटियों के साथ ही इस तरह की घटनाएं होती है। राजद विधायक ने कहा देश में बड़ी आबादी पिछड़ों की है, लेकिन चार शंकराचार्य में किसी पिछड़े को जगह नहीं मिली
गौरतलब हो कि मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक सतीश दास का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा था इस वायरल वीडियो में विधायक जी हिन्दू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक बयान देते नजर आ रहे है इस वीडियो को लेकर कई सामाजिक संगठन के द्वारा विधायक के खिलाफ मोर्चा भी खोल दिया है