PATNA : आज बिहार विधान परिषद के सभी नवगठित समितियों के अध्यक्ष एवं संयोजक के साथ सभापति अवधेश नारायण सिंह ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में सभापति ने समितियों के कार्य एवं उसके महत्व पर विशेष विचार विमर्श किया। उन्होंने सदन में उठाए गए लंबित विषयों को विभिन्न समितियों के माध्यम से निष्पादन में तेजी लाने और उसका वार्षिक प्रतिवेदन सुचारू रूप से सदन में रखने हेतु सभी समिति अध्यक्षों और संयोजको को निर्देशित किया। संसदीय लोकतंत्र में विधायी समितियों की महत्ता पर चर्चा करते हुए उन्होंने समितियों को सदन का लघु रूप की संज्ञा दी। सभापति ने समिति के माध्यम से लोकहित के विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों को कार्यान्वित कराने तथा इस संबंध में सरकार को अनुशंसा किये जाने के संबंध में चर्चा की।
बैठक में विभिन्न समिति अध्यक्षों ने पुर्नगठित समितियों में उन्हें अध्यक्ष मनोनीत किये जाने पर सभापति को धन्यवाद दिया तथा समिति के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान आकृष्ट किया। समिति की मर्यादा तथा सदस्यों के अधिकारों पर चर्चा करते हुए सदस्य उपेन्द्र कुशवाहा ने समिति के निर्णयों को अनुशंसात्मक रूप में ही लिये जाने की बात कही। समिति अध्यक्ष निवेदिता सिंह सहित अन्य सदस्यों ने समिति अध्यक्षों के कक्ष में आवश्यक तकनीकी सुविधाए उपलब्ध कराने हेतु सभापति से अनुरोध किया।
इस बैठक में प्रो. (डा.) राम वचन राय, नीरज कुमार, वीरेन्द्र नारायण यादव, सच्चिदानन्द राय, केदारनाथ पाण्डेय, संजय पासवान, प्रो. (डा.) राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, रजनीश कुमार, डा. एन. के. यादव, देवेश कुमार, प्रो. गुलाम गौस, निवेदिता सिंह,मो. गुलाम रसूल, राजेश कुमार उर्फ बबलू गुप्ता, डा. संजीव कुमार सिंह, प्रेमचन्द्र मिश्रा, रामबली सिंह, संजीव श्याम सिंह, संतोष कुमार सिंह, डा. मदन मोहन झा, राधाचरण साह, संजय प्रकाश, ललन कुमार सर्राफ, उपेन्द्र कुशवाहा एवं रणविजय कुमार सिंह ने भाग लिया। उक्त बैठक में परिषद् सचिवालय की ओर से कार्यकारी सचिव विनोद कुमार, उप सचिव दिनेश कुमार, अवर सचिव ज्ञान प्रकाश एवं विश्वजीत कुमार सिंहा उपस्थित रहे।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट