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CHAPRA NEWS : विधायक ने 2.70 करोड़ की योजना का किया शिलान्यास, तीन साल बाद भी न नाला बना और न सड़क

CHAPRA NEWS : विधायक ने 2.70 करोड़ की योजना का किया शिलान्यास, तीन साल बाद भी न नाला बना और न सड़क

CHAPRA : योजनाओं का शिलान्यास कर वाहवाही बटोरना और फिर योजना पूरा हुआ की नहीं भूल जाना ये छपरा के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व कार्यकारी एजेंसियों के फितरत में शामिल हो गया है। इसका जीता जागता उदाहरण है नगर निगम क्षेत्र के बड़ा तेलपा टैक्सी स्टैंड की दक्षिण के तरफ का मोहल्ले का रास्ता। इस मोहल्ले के 600 घरों के लगभग 5000 की आबादी को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए 15 दिसंबर 2019 को छपरा के विधायक डा.सीएन गुप्ता, नगर निगम की तत्कालीन मेयर प्रिया देवी, उपमहापौर नागेन्द्र राय ने 2.70 करोड़ की लागत वाले पीसीसी सड़क व नाला निर्माण संबंधित योजना का शिलान्यास किया और मीडिया में खूब वाहवाही बटोरी। लेकिन इन्होंने शिलान्यास के बाद कभी भी यह देखने की हिम्मत नहीं जुटायी कि शिलान्यास वाला कार्य पूरा भी हुआ है कि नहीं। वार्ड पार्षद ने भी यह जेहमत नहीं उठायी कि इतनी बड़ी आबादी को राहत दिलाने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाए। आज तीन साल हो गए पर अभी तक केवल नाले का कुछ हिस्सा बना है, वो भी भ्रष्टाचार की बुनियाद पर। नाले का दिवार ऊँचा कर दिए जाने के बाद अब बरसात व नाले का पानी 2-4 फीट तक सड़क पर जमा हो जा रहा है। सड़क में बड़े-बड़े गड्‌ढे हैं। पानी भरे रहने के कारण कोई अंदाजा नहीं मिल रहा है और प्रतिदिन 8-10 लोग व बाइकसवार घायल होते हैं। सबसे बड़ी बात है कि इतने परिवारों के लोग पूरी तरह से अपरोक्ष रूप से हाउस अरेस्ट हैं। यानि घर में ही रहने को विवश हैं।

लोगों ने सुनायी अपनी फरियाद

जब मोहल्ले के हाल की जानकारी लेने की कोशिश की गयी तो लोग जनप्रतिनिधियों व अफसरों के खिलाफ अपशब्द बोलने से भी परहेज नहीं किया। लोगों का कहना था कि ठीक इस रोड के सामने एक रोड हैं। जहां जाति विशेष के लोग रहते हैं और विधायक जी ने लग भिड़कर मात्र 20 दिन में ही रोड बनवा दिया। वहीं यह रोड 1100 दिन में भी नहीं बना। स्थानीय निवासी रंजीत कुमार ने कहा कि उन्होंने लंबित पड़े योजना को पूरा करने के लिए हर जगह गुहार लगायी, लेकिन किसी ने नहीं सूना। मोहल्ले के ही दुखित राय, अनिल कुमार यादव, गुंजेश कुमार, राजू कुमार आदि ने कहा कि कई बार आवेदन डूडा के पास दिया गया, पर कोई सुन ही नहीं रहा है। जब रोड नहीं बनाना था तो बर्बाद भी नहीं करनी चाहिए। अब तो हाईकोर्ट में केस करने की तैयारी चल रही है, और इसमें सभी को पार्टी बनाया जाएगा। रंजीत कुमार ने यह भी बताया कि पिछले तीन साल से यहां की छह सौ घरों की पांच हजार की आबादी घरों में बंद है। ठेकेदार रंवीन्द्र राय के द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। सभी अधिकारियों व कर्मियों पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।

जलजमाव के कारण नहीं हो रहा शादी-विवाह

इस मोहल्ले की स्थिति इतनी खराब है कि पूरे दो साल के अंदर एक भी शादी-विवाह व शुभ कार्य लोग नहीं कर पाए हैं। इसका कारण मात्र एक है जलजमाव व टूटी हुई सड़कें। जो संभ्रांत परिवार के हैं वे होटल व विवाह भवन में शुभ कार्य को निपटा ले रहे हैं, पर जो गरीब हैं उनके लिए बड़ी परेशानी है। इस सड़क के लिए 2018 में ही टेंडर हुआ था और 2018 के अंत में कुछ काम भी शुरू कर दिया गया। तब लगा कि अब इस मोहल्ले का भाग्य बदलने वाला है, लेकिन हुआ ठीके इसके विपरीत। बुधवार को कई गाड़ियां एक साथ इस सड़क पर खराब हो गयीं। बीमार पड़ने पर एंबुलेंस भी नहीं आ पाता है। खटिया या फिर बाइक पर ले जाना पड़ता है।

क्या कहते हैं अधिकारी

संबंधित एजेंसी के अफसरों  से बात करने पर यही बताया गया है कि जितने का टेंडर था। उसमें से मात्र 10 लाख रूपया ही आया है, जिससे हुआ काम दिख रहा है। शेष राशि मिली ही नहीं है। आवंटन की डिमांड डूडा के द्वारा की गई है। वहीँ डूडा के कार्यपालक अभियंता श्याम सुंदर पंडित ने कहा की किस कारण से काम रूका है, इसकी जांच हो रही है। आवंटन नहीं मिलना मूल कारण हो सकता है। जल्द ही आवंटन की डिमांड की जाएगी। 

छपरा से संजय भारद्वाज की रिपोर्ट 

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