DESK: कानपुर गोलीकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. मामले की जांच के लिए अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है. इस महीने के अंत तक जांच पूरी करके रिपोर्ट शासन को सौंपनी है. कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने आठ पुलिसकर्मियों की गोली मार कर हत्या की थी.
अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता वाली एसआईटी में अपर पुलिस महानिदेशक हरिराम शर्मा और पुलिस उपमहानिरीक्षक जे. रवींद्र गौड़ को भी शामिल किया गया है. एसआईटी घटना से जुड़े विभिन्न प्रकरण की जांच करेगी. रिपोर्ट एसआईटी को 31 जुलाई 2020 तकशासन को सौंपनी होगी.
एसआईटी विकास दुबे और पुलिस के रिश्तों के साथ उस पर अब तक एक्शन न होने के कारणों की जांच करेगी।साथ ही विकास दुबे के एक साल के कॉल रिकॉर्ड की भी जांच होगी. एसआईटी के जरिए जांच की जाएगी कि विकास दुबे के खिलाफ अब तक जितने भी मामले थे, उन पर कितनी प्रभावी कार्रवाई की गई.
इसके साथ ही विकास दुबे के खिलाफ आई शिकायतों पर थानाध्यक्ष चौबेपुर और जनपद के अन्य अधिकारियों के जरिए क्या जांच की गई और क्या कार्रवाई की गई, इसकी रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी. साथ ही विकास दुबे और उसके साथियों के संपर्क में आए सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सबूत मिलने के बाद कड़ी कार्रवाई की भी सिफारिश की जाएगी।साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि घटना वाले दिन अभियुक्तों के पास उपलब्ध हथियारों को लेकर सूचना की लापरवाही कहां-कहां हुई।