PURNIA : हाल के दिनों में ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं। पहले रोहतास, फिर नवादा और अब पूर्णिया। जहां बीते रविवार को शराब की भट्ठी नष्ट करने पहुंची श्रीनगर पुलिस पर मखनाहा गांव में 50 से अधिक महिलाएं व पुरुषों ने लाठी, डंडे व पत्थर से हमला कर दिया। भीड़ में फंसे थानाध्यक्ष संतोष कुमार झा के सिर पर लाठी लगने से वह घायल हो गये। उनका इलाज श्रीनगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। फिलहाल पुलिस इस मामले में दो अलग-अलग मामले दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार श्रीनगर पुलिस ने थाना क्षेत्र के मखनाहा गांव स्थित सुरेंद्र दास, वीरेंद्र दास व रिवेन ऋषि के घर से पुलिस ने 15 लीटर शराब जब्त करने के बाद तीनों को हिरासत में लिया। जिसके बाद पुलिस ने तीनों के घर पर छापामारी भी की। घर जाकर जब सर्च किया तो देखकर पुलिस की होश ही उड गए। उसके घर के पास ही जनक ऋषि के घर में शराब की भट्टी चढ़ी हुई थी। वहां पर भारी मात्रा में महिलाएं शराब बना रही थी। जैसे ही पुलिस टीम भट्ठी को नष्ट करने लगी कि इसी बीच जनक ऋषि की पत्नी छेवनी देवी के नेतृत्व में 50 से अधिक महिलाएं व पुरुषों ने लाठी-डंडे से पुलिस पर हमला बोल दिया। अचानक हुए हमले के कारण पुलिस भाग गई लेकिन थानाध्यक्ष भीड़ में फंस गए। भीड़ ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ डंडे से वार करने लगा। इस दौरान लाठी लगने से उनका सिर में भी चोट लगी।
पुलिस ने बताया कि फिलहाल मखना गांव से तीन शराब तस्कर व हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार लोगों में मखना गांव के रहने वाले सुरेन्द्र दास, विजेंद्र दास व बेलदारी खुंटी गांव के रहने वाले रबेन महतो है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह छापेमारी चल रहा है। बताया गया कि आरोपी रबेन महतो व जगन ऋषि देशी विदेशी शराब का सबसे बड़ा सरगना है। इन लोगों के फाइनेंस और इशारे पर पूरे गांव में देसी शराब बनाया जाता है और सप्लाई होता है।
शराब के चंबलघाटी है मखना गांव
पूरे मखना गांव शराब का चंबलघाटी के रूप में जाना जाता है। इस गांव में छापेमारी करना मतलब जान जोखिम में डालना है। गांव में पूर्व भी छापेमारी करने गए उत्पाद विभाग व पुलिस टीम पर हमला हो चुका है। बताया जा रहा है कि इन शराब माफियाओं को जिले के कई सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त है। घटना के बाद पूरे गांव में पुलिस बल गस्ती कर रही है।
गुस्से में पुलिस कप्तान, कहा- किसी भी स्थिति में नहीं बख्शे जाएंगे दोषी
बाद में इस घटना की सूचना अधिकारियों को दी गई। पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि शराब पकड़ने के लिए गए श्रीनगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार झा पर जानलेवा हमला किया गया है। इस मामले में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। जल्दी ही सभी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। किसी भी सूरत में ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।