PATNA : बिहार में विधानसभा के 5 सीटों हुए उपचुनाव में महागठबंधन में शामिल दलों द्वारा अलग-अलग चुनाव लड़ा गया।
चुनाव में दो सीटो पर महागठबंधन में शामिल हम और वीआईपी ने अपने-अपने प्रत्याशी खड़े किये थे और चुनाव से पहले जीत का दावा किया था। लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। आलम तो यह रहा कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हम कैंडिडेट अपना जमानत भी नहीं बचा सके।
इधर इस हार पर वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि चुनाव में जीत और हार होती रहती है, लेकिन सबसे अहम बात यह है कि महज एक साल पुरानी वीआईपी पार्टी में जनता का विश्वास जगा है।
उपचुनाव में वीआईपी कैंडिडेट को 25 हजार वोट मिले है। यह इस बात का प्रमाण है कि जनता का प्यार हमें मिल रहा है। महज एक साल पुरानी पार्टी के प्रत्याशी का 25 हजार वोट लाना मायने रखता है। हम हार के भी हम जीत गए हैं।
सहनी ने कहा कि जहां भाजपा आगे रहती थी आज वहां हम आगे हैं, नीतीश जी और मोदी जी को जनता सब समझ गई है। आगे गठबंधन में समन्वय बनाने के लिए पहल किया जाएगा, इस उपचुनाव में महागठबंधन की जीत हुई है।
कुंदन की रिपोर्ट