DESK. लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग सोमवार को शुरू हुई इस दौर में 54 सीटों पर मतदान है. यूपी में लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी के लिए पुरजोर कोशिश में लगी भाजपा के लिए सातवें चरण का चुनाव बेहद अहम है. अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर समेत पूर्वांचल के 10 जिलों की 54 सीटों पर चुनाव होगा.
सातवें चरण में 613 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. राजनीति के कई दिग्गजों समेत योगी सरकार के छह मंत्रियों की परीक्षा होगी. इनमें से पांच वर्तमान मंत्री हैं जबकि एक विधान सभा चुनाव की घोषणा के बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर भाजपा छोड़ सपा मे शामिल हो चुके हैं. अंतिम दौर में सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. अंतिम चरण के मतदान के बाद चुनाव परिणाम 10 मार्च को आएगा. इसी दिन देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने हैं.
इस बार आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही जिलों में मतदान होना है. इन जिलों की 54 सीटों पर कुल 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिनके भाग्य का फैसला 2.06 करोड़ मतदाता करेंगे. पिछले चुनाव में इन 54 सीटों में से भाजपा ने 29, सपा ने 11, बसपा ने छह, अपना दल (एस) ने चार, सुभासपा ने तीन और निषाद पार्टी ने एक सीट जीती थी.
इस चरण में 2 करोड़ 6 लाख मतदाता है. इनमें 1 करोड़ 10 लाख पुरुष और 96 लाख महिला मतदाता हैं. इस दौर में 1017 तीसरे लिंग वाले मतदाता भी हैं. ये मतदाता 613 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. सातवें चरण में जिन 54 सीटों पर मतदान होना है, उनमें से 29 सीटें बीजेपी ने, 11 सीटें सपा ने, 6 सीटें बसपा ने, 3 सीटें सुभासपा ने और निषाद पार्टी ने 1 सीट 2017 के चुनाव में जीती थी.