DESK. गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत एक दिसंबर को होने वाले मतदान के लिए प्रचार मंगलवार शाम पांच बजे थम गया। दक्षिण गुजरात के 19 जिलों और कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्रों की 89 सीट के लिए 788 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां बृहस्पतिवार को मतदान होगा। राज्य में परंपरागत रूप से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच मुकाबला होता रहा है, लेकिन इस बार अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) के रूप में एक तीसरा दल भी मैदान में है। पहले चरण में भाजपा और कांग्रेस के 89-89 तथा आप के 88 उम्मीदवार मैदान में हैं। सूरत (पूर्वी) सीट से आप प्रत्याशी ने अंतिम दिन अपना नामांकन वापस ले लिया।
इसके पहले भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना ‘रावण' से करने का आरोप लगाया तो कांग्रेस ने भाजपा नेता अमित मालवीय की एक टिप्पणी का हवाला देते हुए पलटवार किया। अहमदाबाद के बेहरामपुरा में खड़गे ने तंज कसा था, ‘क्या मोदी यहां आकर नगरपालिका का काम करने वाले हैं? क्या मोदी आकर यहां मुसीबत में आपकी मदद करने वाले हैं? अरे, आप तो प्रधानमंत्री हो। आपको काम दिया गया है। वह काम करो।' उन्होंने कहा, ‘वह छोड़कर नगर निगम चुनाव, एमएलए इलेक्शन... एमपी इलेक्शन... चूंकि उनको प्रधानमंत्री बनना है, तो फिरते रहते हैं... भाई तुम्हारी सूरत को कितनी बार देखना। नगर निगम, एमएलए इलेक्शन, एमपी इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत...हर जगह...कितने हैं भई...क्या आपके रावण के जैसा सौ मुख हैं। क्या है?...समझ में नहीं आता मुझे।'
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां भाजपा मुख्यालय में कहा कि प्रधानमंत्री के लिए इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करना, वह भी ‘गुजराती सपूत’ के लिए उचित नहीं है। ‘यह निंदनीय है और कहीं ना कहीं और यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है।' कांग्रेस अध्यक्ष की उक्त टिप्पणी को हर गुजराती और गुजरात का अपमान करार देते हुए पात्रा ने दावा किया कि उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर प्रधानमंत्री के खिलाफ इस शब्द का इस्तेमाल किया है।
दूसरी तरफ, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने उसके (कांग्रेस के) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को ‘फ्रिंज' (अराजक) कहकर दलित विरोधी विषवमन किया है जो भाजपा की मानसिकता को दिखाता है। पार्टी नेता पवन खेड़ा ने मालवीय के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, ‘वे (भाजपा) इस तथ्य को पचा क्यों नहीं पा रहे हैं कि एक दलित कांग्रेस का निर्वाचित अध्यक्ष बन गया? उन्हें ‘फ्रिंज' कहना यह दिखाता है कि आप और आपकी पार्टी दलितों के बारे में क्या सोचती है।'