राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर वोटिंग जारी है। इसके पहले नागरिकता संशोधन विधेयक पर राज्यसभा में चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यदि देश का धार्मिक आधार पर बंटवारा न होता तो यह बिल न लाना पड़ता। अमित शाह ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि आखिर जिन लोगों ने शरणार्थियों को जख्म दिए हैं, वही अब जख्मों का हाल पूछ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई सरकार पहले ही इस समस्या का समाधान निकाल लेती तब भी यह बिल न लाना पड़ता।
कांग्रेस के नेताओं का भाषणों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि मुझे आइडिया ऑफ इंडिया न समझाएं। हम यही जन्मे हैं और यहीं मरेंगे। सात पीढ़ियों से हम यहीं रह रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि मैं विदेश से नहीं आया हूं, यहीं जन्म लिया है।
यही नहीं इस बीच अमित शाह ने शिवसेना पर भी तंज कसते हुए कहा कि मैं हैरान हूं कि आखिर सत्ता के लिए लोग कैसे-कैसे रंग बदलते हैं। होम मिनिस्टर ने कहा कि शिवसेना ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था, लेकिन फिर क्या हुआ कि आज उसने अपना स्टैंड बदल दिया।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कल जो बयान दिया और आज कांग्रेस के नेताओं ने जो बयान दिए हैं, वह एक समान हैं। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और आर्टिकल 370 तक पर पाकिस्तान के पीएम और कांग्रेस के बयानों में कोई अंतर नहीं है। नागरिकता संशोधन विधेयक पर भी पाक और कांग्रेस की राय में कोई अंतर नहीं है।