ARA : भोजपुर जिले में लगातार घट रही घटनावो के बाद जिले की आम अवाम इस कदर सहम गई है की किसी बीमारी से पीड़ित होने के बाद अपने बीमारी की इलाज कराने अस्पताल मे जाने से भी अब कतराने लगे है। शायद अस्पताल मे भी अपराधी न आ धमके और घटना को अंजाम देकर चले जाय। अस्पताल चाहे सरकारी हो या निजी नर्सिंग होम। कही भी किसी भी समय अपराधी घटना को अंजाम देने मे संकोच नही करेंगे। जिसके कारण मरीजो के मन मे अब यह सवाल उठने लगा है की इससे अच्छा अब अपने घर मे ही दम घुट घुट कर मरना ठीक है। किसी की गोली के शिकार होने से तो अच्छा अपने घर मे ही अपने परिवार के सामने मरना ठीक है। जी यह कोई कहानी नही आरा मे स्थित एक निजी नर्सिंग होम मे घटी सच्ची घटना है।
घटना नगर थाना क्षेत्र की है। जहाँ की रहने वाली महादलित वर्ग से आने वाली महिला वार्ड पार्षद अपने पति की तबियत खराव होने के बाद इलाज कराने शहर के एक निजी नर्सिंग होम मे इलाज के लिए गयी। लेकिन वहां अपराधी पहुँच गए और इलाज करा रही महादलित वार्ड पार्षद से पूर्व के विवाद में दर्ज मामला को रफा दफा करने के लिए दबाव बनाने लगे। साथ ही सादा पेपर पर हस्ताक्षर करने के लिए बाध्य करने लगे। ऐसा नही करने पर अस्पताल पहुँचे दोनो अपराधी जान से मारने और हस्ताक्षर नही करने पर अंजाम भुगतने के लिए धमकी देते रहे।
इसी बीच अस्पताल के कर्मी के पहुँचने पर अपराधी वहां से भाग निकले। जिसकी तस्वीर अस्पताल मे लगे सी सी टी वी मे कैद हो गई। अपराधियों की धमकी से डरे वार्ड पार्षद महिला ने इसकी शिकायत नवादा थाना में की। जिसके बाद अस्पताल पहुँची पुलिस सी सी टी वी फुटेज देख मामला को सत्य पाकर अपराधियों की धड़ पकड़ मे जुट गई है। दरअसल मामला नवादा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 45 की बताई जाती है। जहाँ की वार्ड पार्षद महादलित महिला रेणु देवी है। रेणु देवी ने उसी वार्ड के एक व्यक्ति पर पूर्व से चले आ रहे विवाद मे 2018 में नवादा थाना मे मामला दर्ज कराई थी। उसी मामले मे दबंग अपराधीयो ने महिला के उपर केश उठाने की धमकी दे रहे थे। घटना से सहमी वार्ड पार्षद रेणु देवी द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में भी पत्र भेजकर जान से मारने की धमकी सम्बंधित जांच सहित अपने और अपने केश के गवाहों की जान बचाने के लिए गुहार लगाई है।
सीसीटीवी फुटेज आने के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई है और अपराधियों की गिरफ्तारी और मामले की जांच पड़ताल करने में जुट गई है। इस कांड में शामिल अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं। पीड़ित वार्ड पार्षद रेनू देवी के अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार ने बताया कि वार्ड नंबर 45 के वार्ड पार्षद रेणु देवी को बीते दिन पहले एक निजी क्लीनिक में केस उठाने के लिए दो लोगो के द्वारा जबरन सिग्नेचर करवाया जा रहा थामहादलित जिसका विरोध वार्ड पार्षद के द्वारा किया गया और पुलिस पदाधिकारी को सूचना दी गई तो उक्त अपराधी के द्वारा जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। भोजपुर पुलिस कप्तान से भी पीड़ित ने मिल कर शिकायत की और इस प्रकरण पर करवाई करने के लिए गुहार लगाई है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
आरा से रविन्द्र कुमार की रिपोर्ट