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बूंद-बूंद को तरसे ग्रामीण, जलस्तर घटने से इलाके में पानी का संकट

बूंद-बूंद को तरसे ग्रामीण, जलस्तर घटने से इलाके में पानी का संकट

दरभंगा: जिले के ग्रामीण इलाकों में पानी का संकट गहराता जा रहा है जलस्तर घटने से ना केवल खेतों में सिंचाई प्रभावित हो रही है बल्कि पीने के पानी की भी किल्लत हो गई है महिलाएं घंटों सप्लाई वाले पानी की कतार में खड़े रहने को मजबूर हैं कई बार पानी को लेकर विवाद भी इतना बढ़ जाता है कि मामला हाथापाई तक पहुंच जाता है.

मामला दरभंगा जिले के बेनीपुर और बहेरी प्रखंड के हावीडीह पंचायत का है जहां पिछले ढाई महीने से लोग एक एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं पानी के लिए तीन-तीन किलोमीटर दूर से महिलाओं को पानी लाना पर रहा है ऐसे में परेशान हाल महिलाएं जनप्रतिनिधियों के सामने अपनी समस्या कह रही है हालांकि अभी तक आश्वासनों के अलावा कोई हल नहीं दिख रहा है एक ओर बारिश से देश का बड़ा हिस्सा बुरी तरह से प्रभावित रहा तो दूसरी ओर बिहार के दरभंगा और ग्रामीण अंचल में लोग पानी की कमी से जूझ रहे हैं यहां जलस्तर तेजी से कम हो रहा है. इसका सबसे ज्यादा असर पीने के पानी के बंदोबस्त पर हो रहा है महिलाएं चापाकल से भी पानी लेने के लिए घंटों लाइन लगाकर खड़ी रहने को मजबूर है.

हावी डी पंचायत के क्षेत्रों में है गांव में बिजली की भी किल्लत है और बिजली विभाग के ढुलमुल रवैया की वजह से बिजली की व्यवस्था सही नहीं होने के कारण भी पानी की किल्लत है. जब पंचायत के मुखिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पानी की दिक्कत तो है लेकिन प्रशासन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहा है जबकि पीएचडी के अधीक्षक अभियंता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अगले साल भी पंचायत में पानी की दिक्कत हुई थी और जिले से टैंकर द्वारा पानी की सप्लाई की गई थी एक-दो दिनों में कैंप लगाकर सूख चुके चापाकल कि मरम्मत कराई जाएगी। 

वैसे ब्लॉक में चल रहे जल नल योजनाएं भी कछुए की गति से चल रही है 14 वार्ड में से 10 वार्डों तक जल नल योजना अभी भी नहीं पहुंचा है यूं तो अल्प वर्षा और सूखे के चलते इस बार पानी वाले क्षेत्रों में भी पेयजल की समस्या आ रही है लेकिन विभागीय लापरवाही से यही स्थितियां और भी बिगड़ रही है सनद रहे कि पूरे पंचायत की कुल 6000 आबादी में से करीब 500 से ज्यादा सरकारी हैंड बाइक समेत अधिकांश चापाकल सूख गए हैं वैसे कुछ चापाकल ऐसे भी हैं जिसे मरम्मत कराकर कर चालू किया जा सकता है लेकिन विभाग इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है गांव में लगे मोटर पंप से भी पानी लोगों को नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण ग्रामीण दूर-दूर से पानी लाने को मजबूर हैं गांव के ही कई लोगों ने बताया की 12 चापाकल जो सरकारी है और चालू हालत में है उस पर गांव के ही दबंग लोगों का कब्जा हो चुका है और वह उन्हें पानी नहीं भरने देते ऐसे में पूरा गांव जल संकट को लेकर त्राहि मान है बिडिओ और अधीक्षक अभियंता के आश्वासन के बाद लोगों में कुछ आस जरूर जगी है।

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