PATNA : पटना जलजमाव के संकट को झेल राजधानी अपने आप मे एक अंतहीन व्यथा बन चुकी है। राजधानी के जलजमाव पीड़ित लोगों का दर्द कई सालों तक टिस बनकर उभरता रहेगा। इसी नासूर को भरने के लिये सरकार के द्वारा बीमा क्लेम सेटलमेंट कैम्प लगाकर लोगों की क्षति पूर्ति करने की कोशिश की जा रही है।
जलजमाव पीड़ितों की व्यथा सुनने हेतु एक नगर निगम के नूतन राजधानी अंचल में क्लेम सेटलमेंट शिविर लगाया गया था। इसी कैम्प में आये एक पीड़ित ने जब अपनी व्यथा सुनाई तो वहां मौजूद लोग सन्नाटे में आ गए।
गर्दनीबाग के रोड नम्बर आठ में रहने वाले नन्दू ने बताया कि जब अचानक घुस आए पानी मे बहते सामानों को समेटने में लगे थे उसी दौरान मेरा डेढ़ साल का बच्चा बाहर निकल आया। उसी समय वहां मौजूद कुत्तों ने उसे अपना शिकार बना लिया। इतना सुनने के बाद वहां मौजूद अधिकारी से लेकर तमाम लोग हिल गए।
इस कैम्प में कई ऐसे लोग भी आये जिनकी शिकायत थी अचानक हुए जलजमाव की वजह हमारी गाड़ी खराब हो गयी। जब हम बीमा कंपनियों के पास जा रहे हैं तो इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहां मौजूद बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के द्वारा बीमाकर्ता की शिकायत पर अमल करते हुए उसका सर्वे करवाया गया।
पटना डीटीओ अजय ठाकुर ने बताया कि लोगो की शिकायतें सुनी जा रही है और उसका निपटारा भी किया जा रहा है।