BHAGALPUR : जिले में घोघा नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने से प्रशस्तडीह एवं कोडबार के किसानों की फसल पानी में डूब गयी है। इस मामले को लेकर कहलगांव विधायक पवन यादव, एसडीएम मधुकांत सिंह, सीओ रामावतार यादव, बीएओ अनिल कुमार सिंह, सदर थाना प्रभारी सुनील कुमार झा एवं खनन इंस्पेक्टर अजीत कुमार किसानों का हाल जानने प्रशस्तडीह और कोडवार के खेतों पर पहुंचे। बताते चलें की बिना बाढ़ के खेत में रवि की लगी फसल के डूबने की घटना से किसानों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है। जहाँ हजारों एकड़ में लगी गेहूं, चना, मसूर सहित अन्य फसल चौथी बार बुआई के बाद भी पानी में डूब गए हैं।
किसान ऋण की वजह से पहले ही टूट चुके हैं। अब किसान कर्ज भी चुकाने की स्थिति में नहीं है। काफी खर्च के बाद किसानों ने रबी फसल की बुआई की है। क्षेत्र के अमदाढ़, महेशपुर, कुरपट, परघड़ी, बैजलपुर सहित अन्य क्षेत्र के बहियार में ईंट-भट्ठा संचालकों द्वारा लैलख, घोघा कतरिया नदी में बांध बना देने के कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस कारण इन क्षेत्रों में लगी रबी फसल पानी में डूब गए है। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि चार माह पूर्व गंगा में बाढ़ के कारण खेतों में पानी आ गयी, जिससे रबी फसल की बुआई समय पर नहीं हुई।
पानी हटने के बाद दो माह विलंब से कर्ज लेकर रबी फसल की बुआई की गयी है। खेतों में रबी फसल बहुत अच्छी है। लेकिन ईंट-भट्ठा संचालकों के द्वारा नदी के प्रवाह को अवरुद्ध कर नदी के रास्ते को बंद किया जा रहा है। जिसके कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और हमलोगों के खेतों में पानी फैल जाता है। वही कहलगांव विधायक पवन यादव, अंचल अधिकारी, मुखिया, सरपंच, उप मुखिया समेत किसानों के साथ पानी में डूबे खेतों का जायजा लिया और किसानों को हर संभव इस समस्या से निजात दिलाने की बात कही। घोघा नदी पर बने 10 कच्चे पुल को एसडीओ और जिला खनन पदाधिकारी ने ध्वस्त भी करवाया।
भागलपुर से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट