बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बिहार में छिपे मरकज वालों के मोटिव पर उठने लगे गंभीर सवाल, आखिर क्यों कोई भाग रहा है तो कोई छिप कर करा रहा है इलाज? पढ़िए डिटेल स्टोरी

बिहार में छिपे मरकज वालों के मोटिव पर उठने लगे गंभीर सवाल, आखिर क्यों कोई भाग रहा है तो कोई छिप कर करा रहा है इलाज? पढ़िए डिटेल स्टोरी

पटना: पूरे देश में तबलीगी जमात के मोटिव को लेकर सवाल उठने लगे हैं. सरकार के बार बार कहने के बाद भी ये मरकजद वाले खुद को छिपा रहे हैं. सरकार ने भी यह मान लिया है कि देश में जो कोरोना संक्रमित का जो तेजी से आंकड़ा बढ़ रहा है उसके पीछे भी तबलीगी जमात का हाथ है. बिहार में भी तबलीगी जमात वालों के मोटिव को लेकर भी सवाल उठने लगा है.

बिहार में क्या है मरकज वालों का मोटिव
गोपालगंज से जो खबर आई है वो बिहार में मरकज वालों की मंशा को लेकर सवाल उठाती है. खबर के मुताबिक गोपालगंज शहर के एमएम उर्दू हाइस्कूल में सैंपल देने के बाद आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती एक संदिग्ध तबलीगी जमात का सदस्य फरार हो गया. उसके फरार होने के बाद हड़कंप मच गया. पुलिस के हाथ-पांव भी फुलने लगे. वरीय अधिकारियों को सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में छापेमारी की गयी. पुलिस ने छापेमारी के बाद उसको जादोपुर थाने के मंसूरी टोला से पकड़ा गया और गुरुवार को सुरक्षा के बीच उसे सदर अस्पताल लाया गया. इसके बाद आइसोलेशन वार्ड में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गयी है.


कटिहार में भी छिपा था मरकज वाला
 सरकार के बार बार कहने के बाद भी एक मरकज वाले ने खुद को छिपा रखा था. वो छिपकर इलाज करवा रहा था लेकिन तबियत बिगड़ तो उसने सब राज खोल दिया और मरकजी होने की बात कबूल की. जिसके बाद उसे आइसोलेशन सेंटर में भेजा गया.

मुंगेर में IB की रिपोर्ट से हड़कंप
 
बिहार सरकार ने मरकज वालों लोगों के क्वारेंटाइन होने का दावा किया लेकिन आईबी ने मुंगेर में 4 मरकज वालों के होने की रिपोर्ट भेज दी. रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन हक्का बक्का रह गया. आनन फानन में खोज शुरू तो एक मरकज वाली महिला तो मिली लेकिन 3 अब कहीं छिपे बैठे हैं. प्रशासन लगातार इन तीनों मरकज वालों को ढूंढने में लगी है.

नवादा में भी कोरोना पॉजिटिव निकला मरकज वाला
 
तबलीगी जमात से ताल्लुक रखने वाला नवादा का शख्स भी कोरोना पॉजिटिव निकला. जानकार के मुताबिक ये 2 मार्च को दिल्ली से नवादा लौटा. बताने वाले बता रहे हैं कि ये निजामुद्दीन वाले मरकज में शामिल हुआ था. 

बिहार में मरकज वालों की ऐसी गतिविधियों पर अब सवाल उठने लगा है कि आखिर क्य वजह है कि ये मरकजी सामने आने से क्यों झिझक रहे हैं. आखिर छिपे रहने के पीछे क्या मोटिव है?

Suggested News