BHAGALPUR : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए भागलपुर के जवान रतन ठाकुर शनिवार को पंचतत्व में विलिन हो गए। रतन को उनके तीन वर्षीय पुत्र कृष्णा ने मुखाग्नि दी। गहरी नींद में सोये साढ़े तीन साल के कृष्णा को चाचा ने गोद में उठाकर गंगा घाट पहुंचे।
घाट पर गगनभेदी नारों के बीच जब कृष्णा की नींद खुली तो वो हैरान और परेशान हो गया। चाचा मिलन कुमार ठाकुर उसे समझाते रहे मगर वो मां और पापा के पास जाने की जिद करता रहा। इस बीच गार्ड ऑफ ऑनर के बाद उसे मुखाग्नि देने के लिए ले जाया गया। चाचा के कंधे पर मुखाग्नि देने पहुंचे कृष्णा ने एक बार में ही अपने पापा को पहचान लिया। उसने कहा कि आग से पापा जल जायेंगे।
कृष्णा के इस शब्द को सुनते ही वहां मौजूद हजारों लोगों के आंखों में आंसू आ गये। किसी को यह समझ में नहीं आर रहा था कि बच्चे के इस बात का वे क्या जवाब दे। परिजनों ने बताया कि शहीद रतन अपने पुत्र कृष्णा से बेहद प्यार करते थे। वो हर दिन फोन पर उससे बात करते थे।