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कहां गया तीन करोड़ का सोना! पटना में तीन करोड़ के सोना लूट के मामले में मुख्य साजिशकर्ता गिरफ्तार, लेकिन नहीं मिला लूटा गया सामान

कहां गया तीन करोड़ का सोना! पटना में तीन करोड़ के सोना लूट के मामले में मुख्य साजिशकर्ता गिरफ्तार, लेकिन नहीं मिला लूटा गया सामान

PATNA : दो दिन पहले पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के डाकबंगला के पास दिल्ली से आए सोना कारोबारी से तीन करोड़ के सोना लूट के मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार साजिशकर्ता  सैयद अली रजा हाशमी वैशाली के गरौल थाना क्षेत्र का  रहने वाला है, पूर्व का पीयू छात्र रहा है।। जो मुख्य रूप से कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI से कनेक्शन बताया गया है। पुलिस लूट के मामले में इसे बड़ी कामयाबी मान रही है। लेकिन हैरानी की बात यह है जिसने इस पूरी लूट की प्लानिंग तैयार की, पुलिस को उसके पास से लूटे गए सोने में से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। 

सोमवार को लूट कांड को लेकर जानकारी देते हुए सिटी एसपी सेंट्रल चंद्र प्रकाश ने बताया कि बीते सात मार्च को डाकबंगला के पास पश्चिम बंगाल निवासी अंसार अली मुल्ला को बदमाशों ने गोली मारकर उनके पास मौजूद लगभग दो किलो सोना लूट लिया था। लूटे गए सोने की कीमत तीन करोड़ के आसपास थी। यह पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई थी। जिसके आधार पर डीएसपी के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर मामले की छानबीन शुर कर दी थी। 

इस छानबीन के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली की पटना कॉलेज के पास रमना रोड स्थित पीली कोठी लॉज में इस पूरी साजिश की प्लानिंग बनाई गई थी। लूट में शामिल सारे लोग वहीं मौजूद थे। वहीं से आगे की पूरी घटना को अंजाम दिया गया। जिसमें मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि उसके पास लूटे गए सोने में से कुछ भी नहीं मिला।

सेंट्रल एसपी ने बताया कि इस लूट को अंजाम देने के लिए चोरी की बाइक इस्तेमाल की गई थी, जिनमें दो गाड़ियों को जब्त कर लिया गया है। साथ ही बाकी आरोपियों की पहचान कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा और लूटे गए सोने को भी बरामद किया जाएगा।

हैरानी की बात

इस पूरे घटना में पुलिस का दावा है कि मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन हैरानी करनेवाली बात यह है कि जिसने योजना बनाई, वह सारा सोना दूसरे के हवाले कर देता है और खुद अपने पास कुछ नहीं रखता है। वहीं उसके सारे साथी भागने में कामयाब हो गए, लेकिन वह खुद लॉज में मौजूद रहा। यह सारी बातें भ्रम उत्पन्न करती है। जो कहीं न कहीं मीडिया को शांत करने के लिए है।

REPORT - ANIL KUMAR


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