PATNA: राजधानी पटना में 21 जून को अपराधियों ने दिनदहाडे पंचवटी ज्वेलर्स से करीब 5 किलो सोना लूट लिया था।लूट की सबसे बड़ी वारदात के बाद पटना पुलिस की भारी फजीहत हुई थी।सीधे सीएम नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल खड़े हो गए थे।खबर तो यह भी थी कि सुशासन की सरकार में अबतक की सबसे बड़ी सोना लूट के बाद बिहार के मुखिया भी गुस्से से लाल थे।उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि हमे हर हाल में रिजल्ट चाहिए।
सरकार के फऱमान से हलकान बिहार पुलिस ने एक हफ्ते तक कई जिलों में अंधाधुंध छापेमारी की ।इसके बाद 1 जुलाई को पटना पुलिस ने बड़ी मुश्किल से लूटे गए गहनों में से लगभग 20 फीसदी बरामद कर लिया।
20 फीसदी गहनों की बरामदगी के बाद पटना पुलिस की बात कौन करे बिहार पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा।आनन-फानन में पुलिस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी उपलब्धि दिखाई गई।कहा गया कि पटना पुलिस की मेहनत से हमें कामयाबी मिली है और पूरे गैंग का हमने उदभेदन कर लिया।एडीजी हेडक्वाटर्र ने दावा किया कि हमने करीब सवा किलो सोना बरामद कर लिया है।उस प्रेस कांफ्रेंस के बहाने बिहार पुलिस मुख्यालय ने अपनी खोयी साख को एक बार फिर से बहाल करने की भरपूर कोशिश की ।यह मैसेज देने की कोशिश हुई कि पटना पुलिस ने यह केस सॉल्व कर लिया।
20 फीसदी यानि सवा किलो गहने की बरादमगी और गैंग के सरगना की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस अब यह मान कर चल रही है कि हमने केस को सॉल्व कर दिया।खबर है कि पुलिस मुख्यालय ने सरकार को यह मैसेज भी दे दिया कि राजधानी पटना की सबसे बड़ी सोना लूट को हमने एक हफ्ते में खुलासा कर दिया।लेकिन बड़ा सवाल यही है कि 12 दिन बीतने के बाद भी बाकी बचे 4 किलो सोना में से अबतक एक छटांक गहने की बरामदगी नही हो पाई है।पटना पुलिस बाकी बचे सोना की बरामदगी को लेकर भी अब सक्रिय नहीं दिखती।
पटना पुलिस की सक्रियता इसी बात से झलकती है कि सोना लूटकांड का मास्टरमाईंड रवि गुप्ता को अब तक रिमांड पर नहीं लिया गया है।पटना पुलिस उसे जेल भेजकर शायद अब यह मानकर चल रही है कि उससे पूछताछ की जरूरत नहीं।
क्या कहती हैं पटना की एसएसपी
पटना के सिनियर एसपी गरिमा मलिक से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहाा कि टीम लगी हुई हैऔर उस पर काम किया जा रहा है।शेष बचे सोना को बरामद कर लिया जाएगा वहीं इस गैंग में और भी जो अपराधी हैं उन्हें भी गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है।