PATNA: बिहार लोक सेवा आयोग ने 68वीं बीपीएसएसी का फाइनल रिज्लट घोषित कर दिया है। 324 रिक्तियों के विरुद्ध 322 अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा को पास किया है। बीपीएससी 68वीं के टॉप-10 में 6 लड़कियां शामिल हैं। वहीं टॉप-3 की बात करें तो इसमें दो लड़कियां और एक लड़का है। प्रथम स्थान पर पटना की प्रियांगी मेहता, दूसरे स्थान पर अरवल के अनुभव और तीसरे स्थान पर वैशाली के प्रेरणा सिंह रही। इन तीनों अभ्यर्थियों ने अपने पहले प्रयास में ही ना सिर्फ परीक्षा में सफल हुए हैं बल्कि टॉप-3 उम्मीदवारों में भी शामिल हो गए हैं। आइए जानते हैं कौन है 68वीं बीपीएससी के यह तीन टॉपर...
प्रियांगी मेहता ने किया टॉप
प्रियांगी मेहता पटना सिटी की रहने वाली हैं। इनके पिता मिथिलेश गुप्ता बाजार समिति स्थित संदलपुर निवासी कंप्यूटर सर्विस सेंटर संचालक हैं। प्रियांगी ने अपने प्रथम प्रयास में बीपीएससी की 68वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इनका चयन राजस्व पदाधिकारी के पद पर हुआ है। अरविंद महिला कालेज से इंटरमीडिएट करने के बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से प्रियंगी ने राजनीतिक विज्ञान में स्नातक किया। प्रियंगी ने कहा कि यह स्वाध्याय एवं मां पिता के सहयोग और आशीर्वाद से संभव हो सका है।
सेकेंड टॉपर रहे अनुभव
अनुभव कुमार अरवल जिले के करपी प्रखंड के अईयारा गांव के निवासी हैं। इन्होंने पहले ही प्रयास में 68वीं बीपीएससी परीक्षा में दुसरा स्थान प्राप्त कर लिया है। उनके इस सफलता से ना सिर्फ उनके माता पिता बल्कि उनके पूरे जिला का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। अनुभव के पिता प्रधानाध्यापक हैं और वह जहानाबाद जिले के काको उच्च विद्यालय में कार्यरत हैं। अनुभव दिल्ली से स्नातक करने के बाद घर पर ही रहकर बीपीएससी की तैयारी करते थे। उन्होंने बताया कि बीपीएससी में सिविल इंजीनियरिंग उनका विषय था। अनुभव का कहना है कि यूपीएससी की तैयारी लगातार करता रहूंगा। अभिनव अपनी सफलता का श्रेय शिक्षक पिता एवं गृहिणी माता माधुरी देवी को देते हैं।
तीसरे स्थान पर रही प्रेरणा सिंह
प्रेरणा सिंह 68वीं बीपीएससी परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त की हैं। वह वैशाली जिले के बिदुपुर प्रखंड की चकमेगर की निवासी हैं। प्रेरणा के माता-पिता झारखंड हाई कोर्ट में अधिवक्ता हैं। प्रेरणा ने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है। इससे ना सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरे जिले में खुशी का माहौल हैं। प्रेरणा की प्रारंभिक शिक्षा झारखंड के धनबाद के हीरापुर में ग्रहण की है। वर्धमान विश्व विद्यालय से स्नातक किया है। प्रेरणा धनवाद में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रही थी। प्रेरणा ने कहा कि, किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए नियमित स्वाध्याय बेहद आवश्यक है।