PATNA : मेरी पत्नी का नक्सलियों से सांठगांठ है। वह उनसे मिलकर मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित करती है। यह कहना है जदयू के अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अवधेश कुमार का। सीएम नीतीश कुमार के आवास पर परिवार के साथ पहुंचे बेहद खौफजदा जदयू नेता ने बताया कि पत्नी नक्सलियों के साथ सांठगांठ कर पूरे परिवार को परेशान कर रही है .नक्सली पूरे परिवार के साथ मारपीट करते हैं और पत्नी के द्वारा झूठा मुकदमा में भी फंसा दिया जाता है।
सीएम के पास मदद के लिए पहुंचे जदयू नेता ने बताया कि दरभंगा जिला के बहादुरपुर थाना के मेकना गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि 2006 में बहरी थाना के पकड़ीगांव में मेरी शादी हुई थी। शादी के कुछ साल बाद से ही मुझे उसके नक्सलियों के साथ सांठगांठ की जानकारी मिली।
नक्सली नेता मनोज लाल से संबंध
जदयू प्रदेश महासचिव ने बताया कि पत्नी का नक्सली नेता मनोज लाल से संपर्क है। वह उनकी बातों में आकर 2012 में मेरे खिलाफ झूठा केस कर चुकी है। जिसमें कोर्ट में समझौता हुआ था। लेकिन इसके बाद मनोज लाल द्वारा कई बार परेशान किया जाता रहा।
घर में पहुंच गए 50 नक्सली
जदयू नेता ने बताया कि इस साल 22 जनवरी को मेरी दादी का देहांत हो गया। अगले दिन मनोज लाल 50 के करीब नक्सलियों को लेकर पहुंचा और मेरे पूरे घर को घेर लिया। जिसकी जानकारी मैंने स्थानीय थाना और पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगले दिन डीजीपी को कॉल किया तो उन्होंने कोरोना की बात कहकर मिलने से इनकार कर दिया।
मंत्री मदन सहनी को सब जानकारी
अवधेश कुमार ने बताया कि इसके बारे में मदन सहनी से बात की, तो प्रभारी एसपी से बात की. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उल्टा यह कहा गया कि थाने ने इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि इससे उनकी बदनामी होती कि इतनी बड़ी संख्या में कैसै नक्सली पहुंच गए।
सात मई को पत्नी पैसे लेकर हुई फरार
सीएम आवास पहुंचे जदयू नेता ने बताया कि सात मई को पत्नी घर से 50 हजार रुपए और अन्य सामान लेकर चली गई। जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई। बाद में मनोज लाल ने मुझे और मेरे भाई के खिलाफ ही झूठा केस कर फंसाने की कोशिश की। न्याय की उम्मीद में मुख्यमंत्री आवास पहुंचे अवधेश कुमार का कहना है कि इसके पहले भी उन्होंने मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर कई जगह गुहार लगाया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। ऐसे में मुख्यमंत्री से ही न्याय की उम्मीद है।