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इस तरह करेंगे बचाव : स्पर संख्या पांच N-1 का नोज ध्वस्त, फटी हुई बोरियों में बालू भरकर करवाया जा रहा है रीस्टोरेशन का कार्य

इस तरह करेंगे बचाव : स्पर संख्या पांच N-1 का नोज ध्वस्त, फटी हुई बोरियों में बालू भरकर करवाया जा रहा है रीस्टोरेशन का कार्य

NAUGACHHIYA : इस्माइलपुर बिंद टोली के बीच स्थित स्पर संख्या पाँच एन वन का नोज गुरुवार की देर रात को ध्वस्त हो गया. इसकी जानकारी मिलते ही फ्लड फायटिंग फोर्स के अध्यक्ष ई महेन्द्र प्रसाद, मुख्य अभियंता वगैरह स्पर संख्या पाँच एन वन पर पहुँचे और एनसी में बालू भरी बोरियों से रीस्टोरेशन का कार्य करने का निर्देश दिया. हालांकि शुक्रवार से ही रीस्टोरेशन का कार्य करवाया जा रहा है. परन्तु एनसी में फटी हुई बालू भरी बोरियां दी जा रही थी. बता दें कि भागलपुर जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद सिंह निषाद ने प्रेस बयान जारी कर जल संसाधन मंत्री से इस वर्ष करवाये गये घटिया कटाव निरोधी कार्य की उच्चस्तरीय जाँच करवाने की माँग की है.

बताते चलें कि 70-75 दिन पूर्व ही पुरानी सिमेंट की बोरियों में बालू भरवा कर तटबंध पर जमा करवाया था. जिस कारण अधिकांश बोरियाँ जीर्ण -शीर्ण अवस्था में आ गई है. उन्हीं बोरियों से फ्लड फायटिंग का कार्य करवाया जा रहा है. अब ऐसे में इस प्रकार के फ्लड फायटिंग कार्य से स्पर को बचाने का कार्य कितना कारगर होगा. यह तो आने वाले समय में पता चलेगा. बताते चलें कि करोडों रुपयों की लागत से स्पर संख्या पांच एन वन का रीस्टोरेशन का कार्य बोल्डर से करवाया गया था. करवाये गये कार्य में गुणवत्ता की कमी को कारण पहली अप्रैल को बोल्डर क्रेटिंग कार्य धंस गया था. क्रेटिंग की लंबाई व चौडाई में कमी को लेकर अधीक्षण अभियंता ने मौके पर मौजूद ठेकेदार को कडी फटकार लगाई थी. पुन: नये सिरे से क्रेटिंग करने को कहा था।

अधिकारी बता रहे दलदली जमीन का बहाना 

ग्रामीणों के अनुसार कटाव निरोधी कार्य में गुणवत्ता की कमी के कारण जलस्तर की मामूली वृद्धि में ही स्पर का नोज ध्वस्त हो गया. हालाँकि मौके पर मौजूद कनीय अभियंताओं के अनुसार यहां की जमीन दलदली है. जिस कारण नोज पर कराया गया बोल्डर क्रेटिंग सिंक कर गया है। अब सवाल यह है कि जब यहां पहली बार रीस्टोरेशन का कार्य कराया गया तो उस समय इस बात का ख्याल नहीं क्यों नहीं किया गया। जमीन दलदली थी तो इसे नजरअंदाज क्यों किया गया। अब भी स्थिति नहीं सुधरी और वरीय अभियंताओं के निर्देश पर एनसी में फटी बोरियों में बालू भरकर रीस्टोरेशन का कार्य करवाया जा रहा है।

अधिकारियों से ज्यादा जानकार मजदूर

कार्य के प्रति कितनी लापरवाही बरती जा रही है, इसका खुलासा खुद यहां रीस्टोरेशन के कार्य में जुटे मजदूर ही उठा रहे हैं। उनका कहना है कि  एक एनसी में मात्र 10 बोरी ही दिया जा रहा है। जबकि मजबूती के लिए  नियम के अनुसार एक एनसी में 28 या 30 इसी बोरी डालना चाहिए। लेकिन यहां इसको पूरी तरह से दरकिनार किया जा रहा है।

कार्य की होना चाहिए जांच

अब जिस तरह से रीस्टोरेशन के काम में लापरवाही की बात सामने आई है, विपक्ष को सवाल उठाने का मौका मिल गया है। भागलपुर जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद सिंह निषाद ने प्रेस बयान जारी कर जल संसाधन मंत्री से इस वर्ष करवाये गये घटिया कटाव निरोधी कार्य की उच्चस्तरीय जाँच करवाने की माँग की है.

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