AURANGABAD : औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय में उस वक्त काफी भीड़ जमा हो गई। जब लोगों ने एक महिला को अधिवक्ता के साथ उलझते देखा। महिला कोर्ट परिसर में ही अधिवक्ता,उनके बेटे,अपने पति एवं पति के भतीजे पर मारपीट का आरोप लगा रही थी। आरोप लगाने के बाद महिला रोते रोते समाहरणालय स्थित एसपी के कार्यालय पहुंची और एसपी से मिल अपनी व्यथा सुनाने की कोशिश में जुट गई। लेकिन उसकी उनसे मुलाकात नही हो सकी।
कोर्ट परिसर में अधिवक्ता पर मारपीट करने सहित बेहद संगीन आरोप लगाने वाली महिला रेणु सिंह भोजपुर के कछवा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। महिला ने बताया कि दस वर्ष पूर्व उसकी शादी रफीगंज थाना क्षेत्र करसावा गांव निवासी संतोष कुमार सिंह से हुई थी, जो बारुण के एक विद्यालय में सरकारी शिक्षक हैं। लेकिन शादी के बाद कुछ वर्ष तक तो सब ठीक ठाक रहा। लेकिन अनपढ़ एवं बच्चा नहीं होने के कारण घर से निकाल दिया। जिसके कारण वह पिछले सात आठ वर्षों से कभी न्यायालय तो कभी अधिकारियों के दफ्तरों में भटक रही है।
आज जब न्यायालय पहुंची तो जज साहब के सामने ही अधिवक्ता एवं उनके बेटे ने मारपीट किया। महिला ने अधिवक्ता पर भी कई संगीन आरोप लगाया। अधिवक्ता परशुराम सिंह ने बताया कि महिला रेणु देवी का अदालत में पति से निर्वहन भत्ता की मांग को लेकर केस चल रहा था। इधर महिला ने कहा कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह जहर खाकर अपनी जान दे देगी।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय की रिपोर्ट