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धनबाद में जलशक्ति अभियान पर कार्यशाला का हुआ आयोजन, पानी के संकट से उबरने पर हुई चर्चा

धनबाद में जलशक्ति अभियान पर कार्यशाला का हुआ आयोजन, पानी के संकट से उबरने पर हुई चर्चा

DHANBAD : पानी के संकट से उबरने के लिए जिले के हर नागरिक को जल शक्ति अभियान में श्रमदान कर अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए. अभियान की सफलता से धनबाद को राष्ट्रीय स्तरीय पहचान दिलाने का अवसर मिला है. अभियान में जनप्रतिनिधि भी स्थानीय नेतृत्व प्रदान करें जिससे यह अभियान शत-प्रतिशत सफल हो.  ये बातें बुधवार को उपायुक्त अमित कुमार ने न्यू टाउन हॉल में जल शक्ति अभियान पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में कही. 

उपायुक्त ने कहा कि यह कार्यशाला बहुत महत्वपूर्ण है और बगैर जनभागीदारी के संभव नहीं है. जनप्रतिनिधि आपसी सामंजस्य बनाकर एक-एक नागरिक तक जल संचय, रेन वाटर हार्वेस्टिंग तथा पौधारोपण का संदेश पहुंचाएं. उन्होंने जिले की जनता से अपील करते हुए कहा कि हर व्यक्ति अपने कार्यालय और आवास में श्रमदान कर वर्षा जल का संचय करें. जल स्रोत का दुरुपयोग किया जा रहा है. छोटे हित को साधने के लिए सार्वजनिक हित को नजर अंदाज किया जा रहा है. जल संकट वैश्विक समस्या है इसके समाधान के लिए स्थानीय उपाय ढूंढने ही होंगे.

कार्यशाला में उपायुक्त ने कहा कि 7 जुलाई को नदियां, तटबंध और प्रमुख स्थलों पर दिन के 11:00 से 12:00 बजे तक डेढ़ लाख पौधे स्थानीय लोगों के सहयोग से लगाए जाएंगे. इसके लिए भी उन्होंने लोगों से सहयोग प्रदान करने की अपील की. 15 जुलाई को जिले के सभी स्कूलों में चापाकल के पास सोक पिट बनाई जाएगी. उन्होंने दोनों कार्यक्रमों को अभियान की तरह लेने और उसे सफल बनाने की अपील की. उपायुक्त ने कहा कि इस अभियान से धनबाद को राष्ट्रीय स्तरीय पर पहचान बनाने का अवसर मिला है. हम सब मिलकर अभियान को सफल बनाकर बेहतर नेतृत्व करने वाला जिला बन सकते हैं.

कार्यशाला को संबोधित करते हुए धनबाद के महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि जल शक्ति अभियान शत-प्रतिशत सफल होगा. इस अभियान में देश के मुखिया से लेकर पंचायत के मुखिया लगे हुए हैं. आने वाली पीढ़ी जल संकट से अवश्य उबरेगी. 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि के कारण हम अभी से जल संचय के प्रति जागरूक हो रहे हैं. स्वच्छ भारत मिशन की तरह इस अभियान का परिणाम भी सकारात्मक होगा. लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हमें एक एक बूंद को बचाना आज से ही आरंभ करना चाहिए. महापौर ने कहा कि हमारे पास जल की कमी नहीं है केवल वॉटर मैनेजमेंट की परेशानी है.

कार्यशाला में उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने कहा कि 1 जुलाई से 15 सितंबर 2019 तक चलने वाले जल शक्ति अभियान में हर नागरिक जागरूक होकर शामिल हो. अभियान का एकमात्र लक्ष्य पानी को बचाने का है. समय के साथ साथ पानी के इस्तेमाल में भी भारी अंतर आया है. लोगों की दिनचर्या में भी भारी परिवर्तन आया है. जिस कारण पानी का बड़ी मात्रा में प्रयोग किया जा रहा है. 

उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में पानी का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है. इसे कम करना होगा और जल को बचाना होगा. जिले के प्रत्येक नागरिक से पानी बचाने में अपना योगदान देना होगा.

उप विकास आयुक्त ने अभियान के अंतर्गत हर पंचायत में 1000 पौधे लगाने का संकल्प लेने की अपील की. उन्होंने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जल संकट के दुष्प्रभाव को भी दिखाया.

कार्यशाला में पीईटीसीआई के सुनील कुमार सिंह ने अपने 20 वर्षों का अनुभव साझा किया. उन्होंने बताया कि केवल 11500 रुपए खर्च कर एक हेक्टेयर भूमि में 109 लाख लीटर वर्षा जल का संचय किया जा सकता है. कहा कि किसी भी मकान की 1000 वर्ग फीट की छत पर 1000 मिलीलीटर बारिश होने पर एक लाख लीटर पानी का संचय किया जा सकता है.

कार्यशाला में निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण संजय भगत ने सभी का स्वागत किया तथा हर व्यक्ति से जल संचय, वाटर हार्वेस्टिंग तथा पौधारोपण करने का आह्वान किया. 

कार्यशाला में उपायुक्त, महापौर, उप विकास आयुक्त, निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था, अनुमंडल पदाधिकारी, डीएफओ, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मुखिया, पंचायत प्रभारी, वार्ड सदस्य सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

धनबाद से राजीव की रिपोर्ट


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