पटना. राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा आज पटना पहुंचे है। इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें विपक्ष के बड़े नेता शामिल हुए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, शत्रुघ्न सिन्हा सहित वरिष्ठ नेता शामिल थे। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज प्रजातंत्र खतरे में ही नहीं बल्कि समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि एनडीए राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने अपना नामांकन नहीं किया, बल्कि पीएम मोदी ने उनका नामांकन दाखिल किया है।
तेजस्वी को बधाई, नीतीश से सवाल
वहीं उन्होंने तेजस्वी यादव को बधाई देते हुए कहा कि विपक्ष को एकजूट करने में कामयाब हुए हैं। विपक्षी दल ने दिल्ली में तय किया कि मैं उनका राष्ट्रपति उम्मीदवार हूं। इसके बाद मैंने नीतीश कुमार से लगातार फोन पर बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बात नहीं की। नीतीश जी को बिहार के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक ने द्रौपदी मुर्मू की उमीदवारी घोषित होते ही समर्थन का ऐलान किया तो नीतीश जी एक बिहारी क्यों नहीं समर्थन कर रहे हैं?
विपक्षों की आवाज दबाने की कोशिश
उन्होंने कहा कि बहुत सारे शब्दों को अब अनपार्लियामेन्ट्री बना दिया गया है। अब हर कदम पर रोका जायेगा। सदन में सांसद अब ठीक से अपनी बात नहीं रख सकेंगे।अब सरकार को ये आदेश पारित करना चाहिए कि सदस्य क्या ड्रेस पहनेगा, कहां बैठेगा और मूंह पर पट्टी लगा कर रहेगा। ऐसा कभी नहीं संसद सदन में हुआ। अब उसे पंगु बन जा रहा है। आज की भारत सरकार सहमति बनाने में विश्वास नहीं रखती है।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रपति का पद गरीमा का पद होता है। संविधान ने ज्यादा अधिकार नहीं दिए हैं, लेकिन यह पद गंभीरता से निभाया जाय तो पीएम को बैठाकर कई बातें कर सकते हैं। आज के दिन के राष्ट्रपति का चुनाव में कोई ऐसा बनता है, जो रबर स्टाम्प हो, तो केन्द्र सरकार को ज्यादती करने से रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि मैं बिहार के सारे विधायक सांसदों से अपील करना चाहता हूं कि राजेन्द्र बाबु के बाद मैं चुना जाता हूं तो इससे बिहार का गौरव और बढ़ेगा। यशवंत सिन्हा ने कहा कि शिवसेना और जेएमएम दोनों विपक्ष की बैठक में मेरे नाम के ऐलान के समय साथ थी। आज क्या कारण हुआ और क्या परेशानी हुई कि वे एनडीए को सपोर्ट कर रही है।