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योगी आदित्यनाथ ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, 37 साल बाद यूपी में भाजपा ने रचा इतिहास

योगी आदित्यनाथ ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, 37 साल बाद यूपी में भाजपा ने रचा इतिहास

DESK. योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्हें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. योगी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केन्द्रीय मंत्री और भाजपा सहित एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित रहे. लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित भव्य कार्यक्रम में योगी ने सीएम पद की शपथ ली. 

सीएम के रूप में योगी की दूसरी पारी में उनके साथ 52 मंत्रियों को राज्य मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. इसमें केशव मौर्य और बृजेश पाठक को उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली है. उत्तर प्रदेश के इतिहास में 37 साल बाद किसी दल की लगातार दूसरी बार सरकार बनी है. भाजपा ने चुनाव में शानदार जीत हासिल की और जीत के नायक रहे योगी आदित्यनाथ अब दोबारा सीएम बने हैं. 403 सदस्यीय यूपी विधानसभा में भाजपा को 273 सीटों पर जीत मिली है. 

योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में गढ़वाली राजपूत परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट और माता का नाम सावित्री देवी है. हालांकि योगी आदित्यनाथ ने नाथ संप्रदाय में शामिल होने के बाद पूरे प्रदेश और देश को अपने परिवार के तौर पर बताया. उन्होंने श्रीनगर के गढ़वाल से गणित में बीएससी की है. साल 1993 में वह गणित से एमएससी करने के लिए गोरखपुर आए और उन्होंने ब्रह्मलीन मंहत अवेद्यनाथ से सन्यासी बनने की इच्छा प्रकट की. महंत जी ने पहली बार तो उनकी इच्छा को खारिज कर दिया लेकिन बाद में वह भी इसके लिए राजी हो गए. कहा जाता है कि जब दोबारा अजय सिंह बिष्ट वापस आए तो महंत अवेद्यनाथ को भी विश्वास हो गया कि गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बनकर इस पीठ को आगे ले जाने का कार्य इनके अलावा कोई नहीं कर सकता. इसके बाद 15 फरवरी 1994 को गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान उन्होंने ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ से दीक्षा ली और योगी बन गए.

योगी आदित्यनाथ ने 1996 में लोकसभा चुनाव में महंत अवेद्यनाथ के चुनाव का संचालन किया. हालांकि 1998 में महंत ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित कर लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया. यहीं से 26 साल की उम्र में लोकसभा चुनाव जीतकर योगी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. योगी हर चुनाव में जीत के वोटों के अंतर को लगातार बढ़ाते गए. फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने स्टार प्रचारक की भूमिका का निर्वहन भी किया।.

2017 के चुनाव में जब यूपी में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला तो पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाने का फैसला लिया. इसके बाद उन्होंने 19 मार्च 2017 को प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अपने कार्यकाल के दौरान भी योगी आदित्यनाथ खासा चर्चाओं में रहे. इसके बाद पार्टी ने 2022 का चुनाव उनके ही चेहरे पर लड़ा और जीत हासिल की. योगी इस बार के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर सदर से विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए है. 




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