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योगी सरकार ने शहरों के बाद बदल दिया शायरों का नाम, कई की मिट गई बनी बनाई पहचान

योगी सरकार ने शहरों के बाद बदल दिया शायरों का नाम, कई की मिट गई बनी बनाई पहचान

लखनऊ. 'हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम , वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता'. अकबर इलाहाबादी का यह शेर अब उनके लिए ही नए कत्ल का कारण बन गया है.  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नीत भाजपा सरकार कई बार शहरों के नाम बदलने को लेकर आलोचना का शिकार हो चुकी है. लेकिन इस बार योगी सरकार में शहर नहीं शायरों के नाम बदल दिए गए हैं, वह भी उन शायरों के जो कई दशक पहले दिवंगत हो चुके हैं. शायरों का नाम बदलने से विवादों में घिरी योगी सरकार में यह वाकया हुआ है उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की बेवसाइट पर. 

उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट पर प्रयाग राज के इतिहास में अकबर इलाहाबादी का नाम प्रयागराजी कर दिया गया. अकबर इलाहबादी अपने दौर के मशहूर शायर थे जिन्होंने अपने उपनाम के तौर पर इलाहाबादी जोड़ा था. उनके मूल नाम के बाद लोग उन्हें अकबर इलाहबादी ही कहते रहे हैं. यहाँ तक कि उनकी प्रकाशित रचनाएँ भी अकबर इलाहबादी के नाम से आई हैं. लेकिन उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट ने अकबर इलाहाबादी नाम प्रयागराजी कर नया विवाद खड़ा कर दिया है. 


दरअसल कुछ साल पहले इलाहबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया था. उस समय प्रयाग की पौराणिक महत्ता को बताते हुए योगी सरकार ने शहर के नाम बदलने का तर्क रखा था. लेकिन अब उसी तर्ज पर अकबर इलाहबादी के नाम को भी बदल दिया गया और इलाहाबादी की जगह प्रयागराजी कर दिया. वेबसाइट पर प्रयागराज का इतिहास 462 शब्दों में लिखा गया है. इसमें प्रयागराज के इतिहास के कॉलम में हिंदी साहित्य के खाने में अकबर इलाहाबादी को अकबर प्रयागराजी लिखा गया है. 

इतना ही नहीं इसी तरह तेज इलाहाबादी को तेग प्रयागराजी और राशिद इलाहाबादी को राशिद प्रयागराजी लिखा हुआ है. अब विवाद बढने पर आयोग ने सफाई देते हुए इसमें सुधार करने की बात कही है. वहीं उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट पर मशहूर शायरों के नाम को गलत तरीके से पेश करने पर कई साहित्यकारों ने विरोध जताया है. वे इसे शायरों की गरिमा को धूमिल करने वाला कदम बता रहे हैं. नाम में छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की गई है. 

खैर नाम बदलने पर हम तो अकबर 'प्रयागराजी' का एक शेर ही कहेंगे, 

जो कहा मैं ने कि प्यार आता है मुझ को तुम पर, हँस के कहने लगा और आप को आता क्या है.

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