PATNA : रेलवे की परीक्षाओं में अक्सर अभ्यर्थियों की यह शिकायत रहती है कि सेंटर काफी दूर दिए जाते हैं, जहां आने जाने में काफी लंबा समय लग जाता है। अब रेलवे ने यह शिकायत दूर करने की कोशिश की है। अभ्यर्थियों को सुविधा को देखते हुए रेलवे मिनिस्ट्री ने फैसला किया है किया अभ्यर्थियों को उनके परीक्षा केंद्र 300 किमी के दायरे में ही उपलब्ध कराए जाएं।
बताया गया कि देशभर से अभ्यर्थियों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं कि उनके स्थानीय शहर से बहुत ज्यादा दूर परीक्षा केंद्र बनाए जा रहे हैं। इससे उन्हें न सिर्फ लंबी दूरी का सफर करना पड़ रहा है बल्कि उनका खर्च भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
गूगल मैप और पिन कोड के हिसाब से तय करेंगे सेंटर
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि अभ्यर्थियों की ओर से लगातार मिल रहीं इन्हीं शिकायतों को देखते हुए रेलवे मिनिस्ट्री ने छात्रों के परीक्षा केंद्र गूगल मैप का इस्तेमाल कर कम दूरी पर निर्धारित करने का फैसला किया है।
रेलवे के अधिकारी ने कहा, 'हम प्रत्येक अभ्यर्थी के पिन कोड को सिस्टम से लिंक कर रहे हैं जिससे कि उन्हें 300 किमी के दायरे में ही परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराया जा सके।'
यातायात सुविधा को लेकर भी दिया ध्यान
अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे यह भी ध्यान रख रहें हैं कि परीक्षा केंद्र ऐसी जगह बनाए जाएं जहां आवागमन के लिए हर प्रकार की परिवहन सुविधा मौजूद हो। अभ्यर्थियों को कम दूरी पर ही परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराए जाएंगे। अगर सुविधा अच्छी मिलती है तो परीक्षा केंद्र ज्यादा दूर नहीं होता तो पड़ोसी राज्य में भी परीक्षा केंद्र बनाए जा सकते हैं।
30 जुलाई को होनेवाली परीक्षा से होगा लागू
रेलवे की यह नई व्यवस्था लेवल-6 और लेवल-4 के लिए होने वाली सीबीटी परीक्षा में लागू होगी। यह परीक्षा 30 जुलाई 2022 को आयोजित की जाएगी जिसमें 7026 पदों के लिए करीब 60 हजार अभ्यर्थी 90 परीक्षा केंद्रों में भाग लेंगे।
एक और अधिकारी ने बताया कि अभी तक हम 99% अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र 300 किमी के रेंज में निर्धारित किए गए हैं। इनमें 100% महिला अभ्यर्थी हैं।