BEGUSARAI : सुप्रीम कोर्ट के लगातार सख्त निर्देश और पुलिस प्रशासन के संज्ञान लेने के बावजूद बेगूसराय में लोग कानून को हाथ में लेने से नहीं चूक रहे हैं. बेगूसराय के लिए मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं आम बात हो गई है. आज ऐसे ही एक मामले में बाइक की चोरी करते हुए रंगे हाथ एक चोर को पकड़ कर लोगों ने जमकर पिटाई कर दी. गनीमत यह रही कि पुलिस को सूचना मिलने के बाद तत्क्षण पुलिस मौके पर पहुंचकर किसी तरह युवक की जान बचाने में सफल रही. घटना नगर थाना क्षेत्र के हर हर महादेव चौक की है.
क्या है पूरा मामला
सच ही कहा है कि इश्क में लोग किसी भी हद तक गुजर जाते हैं. ऐसे ही एक मामले में लड़की से हुए प्रेम के चक्कर में एक युवक बाइक चोर बन गया. आज चोरी की एक घटना को अंजाम देने के दौरान लोगों ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया. उसके बाद जमकर उसकी पिटाई कर दी. लोगों ने उसकी इतनी पिटाई की कि वह अधमरा हो गया. मिली जानकारी के अनुसार युवक सुमित कुमार उर्फ छोटू को लखीसराय की एक लड़की से प्रेम हो गया था. उसी के खर्चे पूरे करने के लिए वह बाइक चोर बन गया. दरअसल सुमित कुमार के एक मित्र ने उसकी प्रेमिका के साथ उसे आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था. उसने उन दोनों का फोटो खींच लिया था. बाद में उसी फोटो के आधार पर मित्र सुमित कुमार को ब्लैकमेल कर रहा था. दोस्त की इस करतूत ने सुमित को चोरी जैसे अपराध के दलदल में धकेल दिया गया. सुमित कुमार ने खुद बाइक चोरी की कई घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
पकड़े जाने के बाद सुमित कुमार ने अपनी पहचान बेगूसराय जिले के चकिया थाना क्षेत्र स्थित बीहट के एक सीपीआई नेता प्रहलाद सिंह के पुत्र के रूप में बताई. इसके बावजूद भी लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ. लोगों ने सुमित कुमार को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. घटना के संबंध में स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि सुमित कुमार ने एक शोरूम के नजदीक चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया है. लेकिन आज यह युवक रंगे हाथ पकड़ा गया. उसकी सारी करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है.
इस मामले में पुलिस की कार्यशैली भी वाकई सराहनीय रही. अगर मौके पर पुलिस नहीं पहुंचती तो मॉब लिंचिंग में आज फिर एक युवक की जान जा सकती थी. फिलहाल युवक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से उसकी स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने निजी नर्सिंग होम के लिए रेफर कर दिया. पुलिस ने उसे निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया है.
बेगूसराय से धंनजय झा की रिपोर्ट