बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

आंतकियों की मदद के लिए जफर को मिला विदेशी फंड : किसने और कहां से मिले 2 करोड़ रुपये, एनआईए कर रही है जांच

आंतकियों की मदद के लिए जफर को मिला विदेशी फंड : किसने और कहां से मिले 2 करोड़ रुपये, एनआईए कर रही है जांच

गोपालगंज. टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. ये कार्रवाई गोपालगंज का मांझा थाना क्षेत्र के पथरा गांव में की गई है. गिरफ्तार युवक जफर अब्बास है. एनआईए ने जफर अब्बास के आलीशान मकान से दो लैपटॉप, 6 मोबाइल, 6 सिमकार्ड, बैंक पासबुक और पासपोर्ट समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं. जानकारी के अनुसार उसके लैपटॉप से कई देश विरोधी वीडियो और फोटो मिले हैं. साथ ही कश्मीर ए हिंद नामक एक संगठन से उसके कॉन्टैक्ट है. वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आंतकियों की मदद के लिए जफर के पास छह महीने में 2 करोड़ रुपये आये हैं, ये रुपये कब और कहां से आए हैं और किसने भेजा है, इसकी जांच की जा रही है.

सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार जफर अब्बास का दुश्मन देश पाकिस्तान से कनेक्शन था. सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट पर एनआईए और स्थानीय पुलिस जफर पर कई दिनों से नजर रख रही थी. जैसे ही पुख्ता सबूत मिले, एनआईए गोपालगंज पहुंच गई. इसके पहले एनआईए ने केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी थी. एनआईए की इस कार्रवाई के बाद गोपालगंज पुलिस ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है. जिस युवक को आतंकी संगठन से जुड़े होने के शक में गिरफ्तार किया है, वह बीटेक फाइनल ईयर का छात्र है.

परिवार वालों की माने तो वह मध्यप्रदेश के भोपाल के आरजीपीयू यूनिवर्सिटी के आइइएस कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई करता था. कोरोना काल में वह अपने घर आया था और यहीं से आकर ऑनलाइन पढ़ाई करता था. फरवरी 2022 में फाइनल ईयर का एग्जाम होना था. जफर दो भाइयों में बड़ा भाई है. छोटे भाई ने इसी माह मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा दी है.

एनआईए की कार्रवाई के बाद परिवार के लोगों ने जफर अब्बास को निर्दोष बताया है. पथरा गांव में जफर की मां सलीम बेगम ने कहा कि बेटा आतंकी नहीं हो सकता. उसे पंचायत चुनाव के तहत साजिश में फंसाया गया है. वहीं, गिरफ्तार युवक के पड़ोसी और रिश्तेदारों ने भी उसे निर्दोष बताया है. परिवार वालों का कहना है कि गिरफ्तार जफर अब्बास के पिता हसमुल्लाह ने 1978 से दुबई में रहकर कामकर धन अर्जित किया और अपना मकान बनवाया है, जिसे अब टेरर फंडिंग के रुपये से जोड़कर जांच की जा रही है.

Suggested News