Patna: जदयू की आगामी राज्य कार्यकारिणी की बैठक अक्टूबर के पहले हफ्ते में होने वाली है। इस बैठक में पार्टी के ‘मिशन 2025’ को विस्तार देने पर चर्चा होगी, जो कि अगले वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से संबंधित है। यह बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें कई प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा, जिसमें नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भी शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने यह तय करने का प्रस्ताव रखा है कि नीतीश कुमार ही विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे। नीतीश कुमार विभिन्न जातियों और समुदायों को जोड़कर अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। उनकी रणनीतियाँ न केवल चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए बल्कि बिहार में अपनी पार्टी JDU की स्थिति मजबूत करने के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं।
राज्य कार्यकारिणी बैठक में यह भी चर्चा होगी कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार द्वारा किए गए कार्यों को कैसे डिजिटल मोड में प्रस्तुत किया जाए। जदयू की योजना डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी उपस्थिति को बढ़ाने की भी है। यह रणनीति विशेष रूप से युवाओं के बीच पार्टी की पैठ को मजबूत करने के लिए बनाई गई है। इसके अंतर्गत, पार्टी विभिन्न डिजिटल माध्यमों जैसे वॉट्सएप ग्रुप्स आदि का उपयोग करेगी ताकि अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा जा सके और उनकी सक्रियता बढ़ाई जा सके।
पार्टी विशेष रूप से युवाओं को लक्षित कर रही है और उन्हें बताने की योजना बना रही है कि नीतीश कुमार के शासनकाल में कितने लोगों को नौकरी मिली और उद्यमिता को बढ़ावा मिला।
उधर बिहार के सीएम नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी की एक कविता पर बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपने पार्टी के नेता और मंत्री के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि इस प्रकार का हमला कतई सहन नहीं किया जायेगा.