Bapu Tower inauguration : देश का पहला और सबसे बड़ा 'बापू टावर' पटना में बनकर तैयार हो चुका है। यह बापू टावर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित है। आज यानी 2 अक्टूबर को सीएम नीतीश इसका उद्घाटन करेंगे। इसके बाद बापू टावर को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। बापू टावर पटना के गर्दनीबाग में स्थित है। बापू टावर देश का सबसे बड़ा बापू टावर है। यह सीएम नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है।
बापू टावर का निर्माण ग्रीन टेक्नोलॉजी के प्रयोग से किया गया है। पर्यावरण प्रबंधन और सतत विकास के उच्च मानकों तथा वैज्ञानिक तकनीकों को ध्यान में रख कर बिहार सरकार ने इसका निर्माण करवाया है। आज से बापू टावर आम पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। बापू टावर में महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं, गांधी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से लगाव, बापू के आदर्शों को आम जन में स्थापित करने के लिए बिहार सरकार के द्वारा किए गए कामों का प्रदर्शनी दिखाया जाएगा। बापू की जीवनी में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह टावर उपयोगी साबित होगा।
बता दें कि, बापू टावर का निर्माण 129.38 करोड़ की लागत से हुआ है। बापू टावर 7 एकड़ में बनाया गया है। 10,503 वर्ग मीटर में दो भवन बने हैं। बापू टावर में एक वृताकार छह मंजिला और दूसरा पांच मंजिला गोलाकार भवन है। बापू टावर देश का पहला भवन है, जिसके बाहरी भाग पर 35 टन तांबे की परत लगाई गई है। इस गोलाकार भवन के भू-तल पर 60 लोगों की क्षमता का ऑडिटोरियम है। बापू टावर में प्रदर्शनी गैलरी में लगने वाली मूर्तियों और कलाकृतियों का निर्माण अहमदाबाद की फैक्ट्री में किया गया है। पयर्टकों के लिए बापू टावर में एंट्री फ्री 50 से 100 रुपए होगा। जबकि बाइक और कार पार्किंग के लिए अलग से 10 से 20 रुपए पार्किंग चार्ज देना होगा।क्शन से इंद्रधनुषी रंगों में बदलते रहता है इससे भवन की खूबसूरती में चार चांद लग रहा है।
बापू टावर के भूतल में टर्नटेबल थियेटर शो के जरिए पर्यटकों को बापू की जीवनी दिखाई जाएगी। साथ ही पर्यटक को गोलाकार और आयताकार भवन में घूमते हुए बापू के इतिहास को देखेंगे। इस टावर में करीब 45 करोड़ रुपए की लागत से महात्मा गांधी और बिहार के इतिहास से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है। बापू टावर की बाहरी दीवार में 42 हजार किलो के तांबे की परत लगाई गई है। दीवार पर लगे तांबा ऑक्सीजन और नाइट्रोजन के रिएक्शन से इंद्रधनुषी रंगों में बदलते रहता है इससे भवन की खूबसूरती में चार चांद लग रहा है।