Bapu Tower inauguration : मोहनदास करमचंद गांधी को देश महात्मा गांधी के रुप में जानती है। महात्मा गांधी को बापू कहकर भी बुलाया जाता है। वहीं आज यानी 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी का जन्मदिन है। वहीं इस मौके पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पटना को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। दरअसल, आज सीएम नीतीश पटना में बापू टावर का लोकार्पण करेंगे। यह सीएम नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है।
सीएम नीतीश ने 2018 में 2 अक्टूबर के दिन ही महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर शिलान्यास किया था। बापू टावर देश का सबसे बड़ा बापू टावर है। भवन निर्माण विभाग और निर्माण एजेंसी ने इसका निर्माण किया है। बापू टवार पटना के गर्दनीबाग में स्थित है। उद्घाटन के बाद बापू टावर आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। बापू टावर के परिसर में 50 चार पहिया और 150 दो पहिया वाहन की पार्किंग की सुविधा है।
बापू टावर के भूतल में टर्नटेबल थियेटर शो के जरिए पर्यटकों को बापू की जीवनी दिखाई जाएगी। साथ ही पर्यटक को गोलाकार और आयताकार भवन में घूमते हुए बापू के इतिहास को देखेंगे। इस टावर में करीब 45 करोड़ रुपए की लागत से महात्मा गांधी और बिहार के इतिहास से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है। बापू टावर की बाहरी दीवार में 42 हजार किलो के तांबे की परत लगाई गई है। दीवार पर लगे तांबा ऑक्सीजन और नाइट्रोजन के रिएक्शन से इंद्रधनुषी रंगों में बदलते रहता है इससे भवन की खूबसूरती में चार चांद लग रहा है।
बता दें कि, बापू टावर का निर्माण 129.38 करोड़ की लागत से हुआ है। बापू टावर 7 एकड़ में बनाया गया है। 10,503 वर्ग मीटर में दो भवन बने हैं। बापू टावर में एक वृताकार छह मंजिला और दूसरा पांच मंजिला गोलाकार भवन है। बापू टावर देश का पहला भवन है, जिसके बाहरी भाग पर 35 टन तांबे की परत लगाई गई है। इस गोलाकार भवन के भू-तल पर 60 लोगों की क्षमता का ऑडिटोरियम है। बापू टावर में प्रदर्शनी गैलरी में लगने वाली मूर्तियों और कलाकृतियों का निर्माण अहमदाबाद की फैक्ट्री में किया गया है।