राजस्थान सरकार ने CET (सामान्य पात्रता परीक्षा) के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब CET परीक्षा के स्कोर की वैधता एक साल से बढ़ाकर तीन साल कर दी गई है। यह अहम फैसला राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक में शनिवार को लिया गया।
परीक्षा देने की जरूरत कम, समय और पैसे की बचत
इस बदलाव के बाद उम्मीदवारों को हर साल CET परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होगी। अब वे तीन साल तक अपने स्कोर के आधार पर विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन कर सकेंगे। इससे न केवल युवाओं का समय बचेगा बल्कि बार-बार परीक्षा शुल्क भरने का झंझट भी खत्म होगा।
सरकार का उद्देश्य: उम्मीदवारों और बोर्ड पर से बोझ कम करना
खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने बताया कि हर साल बढ़ती आवेदन संख्या से परीक्षा बोर्ड पर आर्थिक और व्यवस्थागत दबाव बढ़ रहा था। इस फैसले से परीक्षा बोर्ड और परीक्षार्थियों, दोनों को राहत मिलेगी। गोदारा ने कहा, "तीन साल की वैधता से उम्मीदवारों को तैयारी का बेहतर मौका मिलेगा, और बोर्ड के लिए व्यवस्थागत दबाव भी कम होगा।"
युवाओं के लिए फायदे
- पैसे की बचत: हर साल परीक्षा शुल्क देने की जरूरत नहीं।
- समय की बचत: बार-बार परीक्षा देने के बजाय अन्य महत्वपूर्ण तैयारियों पर ध्यान।
- सुविधा: एक बार स्कोर प्राप्त करने के बाद तीन साल तक उपयोग का अवसर।
युवाओं के लिए बड़ा कदम
सरकार के इस फैसले को युवाओं के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है। यह न केवल उन्हें आर्थिक रूप से फायदा पहुंचाएगा बल्कि उन्हें अपने करियर निर्माण के लिए ज्यादा समय भी देगा।