N4N DESK - भारत में सरकारी नौकरी लगने का मतलब खजाना हाथ लगना माना जाता है। खासकर तब जब यह नौकरी बड़े अधिकारीवाले पद की हो। जितना बड़ा पद, उसकी होनेवाली ऊपरी कमाई भी उतनी ही बड़ी होती है। लेकिन, कभी कभी ऊपर कमाई के चक्कर में जेल की सैर भी करनी पड़ जाती है। जैसा के एक एसडीएम के साथ हुआ है। जमीन के एक मामले का निपटारा करने के लिए घुस की मांग करते हुए एसडीएम साहब को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। जिसके बाद अब उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
यह पूरा मामला राजस्थान से जुड़ा है। जहां मंगलवार को खेतड़ी के एसडीएम बंशीधर योगी को एसीबी की टीम ने दो लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। डीजी एसीबी रवि प्रकाश मेहरदा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली के एक बिजनेस मैन ने टीम से संपर्क किया था।
रिश्वत में मांगे दो सौ बीघा जमीन
व्यापारी ने बताया कि कोर्ट में उसका एक हजार बीघा जमीन को लेकर मामला चल रहा है. इस मामले का फैसला उसके पक्ष में दिलवाने का भरोसा देते हुए एसडीएम योगी ने पहले उससे दो सौ बीघा जमीन उसके नाम करने को कहा। लेकिन इस पर बात नहीं बनी तो उसने पांच लाख की डिमांड की थी लेकिन बाद में मोल-मोलाई के बाद मामला तीन लाख में फिक्स हुआ। व्यापारी ने बताया कि डिमांड की गई रकम में से एक लाख वह पहले ही एसडीएम को दे चुका था। लेकिन, इसके बाद बाकी रकम देने से पहले व्यापारी ने एसीबी की टीम से संपर्क किया. जांच करने के बाद मामला सही निकला।
एसीबी ने बिछाया जाल
व्यापारी की शिकायत की जांच की पुष्टि होने के बाद एसीबी की टीम ने एसडीएम की घेराबंदी के लिए प्लान बनाया। जिसमें एसडीएम योगी फंस गया। योगी को दो लाख रुपये और एक बेशकीमती डिनर सेट लेते पकड़ा गया। एसडीएम बंधीधर योगी एक जमीन के मामले को निपटाने के लिए रिश्वत ले रहा था. पहले उसने पांच लाख की डिमांड की थी लेकिन बाद में मोल-मोलाई के बाद मामला तीन लाख में फिक्स हुआ. रिश्वत के एक लाख वो पहले ही ले चुका था.