शारदीय नवरात्र की शुरुआत होते ही देवी के प्रमुख मंदिरों को बहुत ही साज-सज्जे के साथ सजाया गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश का एक ऐसा मंदिर है जहां इस साल नवरात्रि के मौके पर मां के पट भक्तों के लिए 24 घंटे खुले रहेंगे। इस बार विख्यात मां विंध्यवासिनी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन और पूजन के लिए 24 घंटे खुले रहेंगे। हालांकि, चारों समय की आरती के लिए मंदिर के कपाट प्रत्येक आरती के समय एक-एक घंटे के लिए बंद किए जाएंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के विंध्य पर्वत पर बसी मां विंध्यवासिनी के दरबार की महिमा अप्रतिम है। महाभारत हो या पद्मपुराण, हर जगह मां के इस स्वरूप का वर्णन मिलता है। मां विंध्यवासिनी की पूजा के बारे में कहा जाता है कि मां के इस स्वरूप की पूजा सृष्टि के आरंभ से ही होती आ रही है। मां के ही आर्शीवाद से इस सृष्टि का विस्तार भी माना जाता है।
वहीं, मां विंध्यवासिनी को प्रसाद में नारियल चढ़ाया जाता है। विंध्यधाम में दर्शन के लिए पहुंचने वाले भक्त चुनरी, नारियल, रक्षासूत्र और लाचीदाना लेकर मां के धाम में दर्शन करते हैं। मां विंध्यवासिनी महालक्ष्मी की एक रूप है, उन्हें नारियल फल सबसे अधिक प्रिय है। नारियल को लक्ष्मी फल भी कहा जाता है, इसलिए नवरात्रि में भारी मात्रा में नारियल की खपत होती है। दुकानदार नवरात्रि से पहले ही पर्याप्त मात्रा में नारियल को मंगाकर रख लेते हैं।
हालांकि, इस बार बारिश की वजह से थोड़ी फसल खराब हो गई और नो एंट्री लगने से 25 किलोमीटर दूर ट्रकों को रोक दिया जा रहा है। इससे नारियल लाने में खर्च अधिक हो जा रहा है। इस कारण नारियल का दाम इस साल महंगा हो गया है। नवरात्र के दौरान आरतियों का समय भी निर्धारित कर दिया गया है। मंगला आरती सुबह 3 से 4 बजे तक होगी, दोपहर की राजश्री आरती 12 से 1 बजे तक, सायं छोटी आरती 7 से 8 बजे तक और रात की बड़ी आरती 9:30 बजे से 10:30 बजे तक होगी।