नदी के तेज बहाव में नाव पलटी, कार्यक्रम से लौट रहे 24 लोग लापता, सीएम ने दिए राहत बचाव में तेजी लाने के निर्देश

कार्यक्रम में शामिल होकर लौटने के दौरान नदी के तेज बहाव में नाव पलट गई, जिसमें 24 लोग लापता हो गए। हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया

नदी के तेज बहाव में नाव पलटी, कार्यक्रम से लौट रहे 24 लोग ला

N4N Desk - उत्तर प्रदेश के बहराइच स्थित सुजौली इलाके में बड़ा हादसा हो गया. यहां कौडियाला नदी में एक नाव पलट गई। जिसमें 24 लोग लापता  हो गए। जबकि चार लोग किसी तरह तैरकर बाहर निकल गए। वहीं हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सीएम योगी ने हादसे पर दुख जताया है और तेजी  से राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

जानकारी के अनुसार बुधवार को भरथापुर गांव निवासी लक्ष्मीनरायन, रानी देवी, ज्योति, हरिमोहन समेत 28 लोग एक नाव पर सवार होकर खैरटिया के लिए गए थे।

नाव मिहींलाल पुत्र पुत्तीलाल चला रहे थे। लक्ष्मीनरायन की मानें तो कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सभी लोग उसी नाव से फिर कौड़ियाला नदी के रास्ते भरथापुर लौटने लगे। ग्रामीणों का कहना है कि पैदल का रास्ता काफी लंबा होने के चलते सभी ने नाव पर सवारी की थी। 

भरथापुर गांव पहुंचने से पहले ही नदी के तेज बहाव में नाव पलट गई। इससे मौके पर चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद लोगाें ने हरिमोहन, ज्योति, रानी देवी व लक्ष्मीनरायन को नदी से सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन अन्य लोग नदी में लापता हो गए, जिनकी तलाश में गिरिजापुरी स्थित चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट बंद कर पानी के बहाव को रोका गया है। लेकिन 24 लोग लापता बताए गए हैं। 

घटना की सूचना मिलते ही सुजौली इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना पर जिलाधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं. स्थानीय ग्रामीणों के साथ पुलिस की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. बताया जा रहा है कि कौडियाला नदी नेपाल से बहकर आती है. लापता सभी ग्रामीण भरथापुर गांव के ही रहने वाले हैं.

मुख्यमंत्री ने लिया नाव हादसे का संज्ञान
 वहीं, भरथापुर गांव में हुई नाव दुर्घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों के साथ तत्काल दुर्घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने यह भी कहा है कि राहत और बचाव कार्य सुचारू और तेज गति से कराना सुनिश्चित किया जाए। फिलहाल स्थानीय प्रशासन मौके पर मौजूद है और बचाव अभियान में पूरी तरह जुटा हुआ है।

बता दें कि बीते दिनों चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज का क्लोजर समय पूरा होने के बाद बैराज के गेट खोले गए थे। इसके बाद कौड़ियाला व गेरुआ नदी में पानी का तेज बहाव चल रहा था।