Ex ips arrest - आधी रात को पूर्व आईजी को चलती ट्रेन से उठा ले गई पुलिस, घंटों चला हाईवोल्टेज ड्रामा, कभी मुलायम सिंह पर लगाया था बड़ा आरोप

Ex ips arrest - पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को 'फिल्मी स्टाइल' में चलती ट्रेन से गिरफ्तार कर देवरिया लाया गया। पत्नी के नाम पर जमीन खरीदने और फर्जीवाड़े के 26 साल पुराने केस में हुई यह बड़ी कार्रवाई।

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Deoria  - अक्सर चर्चा में रहने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को मंगलवार देर रात एक बेहद नाटकीय घटनाक्रम के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। अमिताभ ठाकुर लखनऊ से दिल्ली जा रहे थे, तभी रात करीब 1:50 बजे शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर सादे कपड़ों में पुलिस टीम ट्रेन में दाखिल हुई और उन्हें सोते हुए जगाकर उतार लिया। 

शुरुआत में इसे अपहरण की घटना समझा गया, क्योंकि उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने दावा किया कि फोन पर ऐसा लगा जैसे उन्हें कोई खींच रहा है और फिर संपर्क टूट गया। हालांकि, बुधवार सुबह लखनऊ के तालकटोरा थाने के एसएचओ ने नूतन ठाकुर को फोन कर पुष्टि की कि उनके पति को गिरफ्तार कर देवरिया ले जाया जा रहा है।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम अमिताभ ठाकुर को लेकर बुधवार की सुबह देवरिया पहुंची, जहां सदर कोतवाली में उनसे करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई। इसके बाद पुलिस उन्हें लेकर किसी अज्ञात स्थान पर चली गई और फिलहाल जिले के आला अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई लखनऊ के तालकटोरा निवासी संजय शर्मा द्वारा सितंबर 2025 में दर्ज कराई गई एक एफआईआर के आधार पर की गई है। लखनऊ पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था, जिसने बिहार और देवरिया जाकर दस्तावेजों की जांच की और पुख्ता सबूत मिलने के बाद यह गिरफ्तारी की।

पुलिसिया कार्रवाई की मुख्य वजह 26 साल पुराना एक भूमि फर्जीवाड़ा का मामला है। आरोपों के मुताबिक, साल 1999 में जब अमिताभ ठाकुर देवरिया में पुलिस अधीक्षक (SP) के पद पर तैनात थे, तब उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पत्नी नूतन ठाकुर के नाम से देवरिया के औद्योगिक क्षेत्र में एक प्लॉट खरीदा था। 

आरोप है कि प्लॉट लेते समय दस्तावेजों में पत्नी का नाम 'नूतन ठाकुर' की जगह 'नूतन देवी' और पति का नाम अमिताभ ठाकुर की जगह 'अभिजात ठाकुर' या 'अभिताप ठाकुर' लिखा गया। इतना ही नहीं, पता भी लखनऊ के बजाय 'ग्राम खैरा, जिला सीतामढ़ी (बिहार)' दर्शाया गया था, लेकिन बाद में इसी प्रॉपर्टी को असली नाम और पते के आधार पर बेचकर भारी मुनाफा कमाया गया।

अमिताभ ठाकुर का विवादों से पुराना नाता रहा है। 1992 बैच के यह आईपीएस अधिकारी 2015 में तब देशभर में सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने समाजवादी पार्टी के तत्कालीन प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर फोन पर धमकाने का आरोप लगाया था। 

उन्होंने उस बातचीत का ऑडियो टेप सार्वजनिक कर दिया था, जिसके बाद उन पर रेप का आरोप लगा और उन्हें सस्पेंड भी किया गया था। ताजा मामले में अब पुलिस ने दावा किया है कि अमिताभ ने सरकारी विभागों और बैंकों को गुमराह किया, जिसकी वजह से उनके खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की गई है।