UP Weather: आंधी और बारिश से 11 लोगों की मौत, फसलों को भी हुआ भारी नुकसान

लखनऊ: गुरुवार शाम अचानक आए तेज आंधी-तूफान और बारिश ने अवध के कई जिलों में कहर मचा दिया। मौसम के इस बदले मिज़ाज ने खेतों की फसल को तबाह कर दिया और अलग-अलग हादसों में 11 लोगों की जान चली गई। सबसे ज़्यादा नुकसान बाराबंकी और अयोध्या में हुआ जहां पांच-पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जबकि अमेठी में एक महिला की जान गई।
खेतों में गिरी फसलें, भीग गए कटे हुए बोझ
बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल ज़मीन पर गिर गई। कई जगहों पर पहले से कटे बोझ भीगकर बर्बाद हो गए। किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं। आम की फसल भी इस मौसम की मार से नहीं बच सकी। बाराबंकी, बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा जैसे ज़िलों में खासा नुकसान देखने को मिला।
हादसे जो लील ले गए ज़िंदगियाँ
बाराबंकी में मुर्गी फार्म की टिन शेड और खंभा गिरने से दो मासूम बच्चों की जान चली गई। वहीं एक अन्य जगह टिन शेड के नीचे दबने से एक महिला और एक युवक की मौत हो गई। दीवार गिरने की एक और घटना में एक वृद्धा ने दम तोड़ दिया।
अयोध्या में तो दर्दनाक मंजर सामने आया—तीन महिलाएं गेहूं काटने खेत में गई थीं। जब आंधी आई, तो वे ट्रैक्टर-ट्राली के नीचे छिप गईं, लेकिन तेज हवाओं से ट्राली पलट गई और तीनों की जान चली गई। वहीं एक और महिला जो एक बच्चे के साथ टिन शेड के नीचे खड़ी थी, उस पर दीवार गिर गई। महिला की मौके पर ही मौत हो गई और बच्चा घायल हो गया। एक वृद्धा की भी दीवार गिरने से मौत हो गई।
अमेठी में वज्रपात बना मौत का कारण
अमेठी जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की जान चली गई। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, वह खेत में काम कर रही थी जब यह हादसा हुआ।
पेड़-खंभे गिरे, बिजली आपूर्ति ठप
अंधड़ और बारिश की वजह से कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे यातायात पर असर पड़ा और सैकड़ों गांवों की बिजली गुल हो गई। कई रास्तों पर जाम लग गया और लोग घंटों तक फंसे रहे।
प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई
प्रशासन की ओर से नुकसान का जायज़ा लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मृतकों के परिजनों को सरकारी सहायता देने की बात कही गई है। साथ ही खेतों में नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजा मिल सके।