Sawan Last Somwar: सावन का अंतिम सोमवार आज, शिवालयों में उमड़ी श्रद्धा की बाढ़, बारिश भी नहीं रोक पाई भक्ति की धारा

Sawan Last Somwar: सावन का अंतिम सोमवार आज, शिवालयों में उमड

लखनऊ: आज सावन माह का चौथा और अंतिम सोमवार है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज सुबह से ही शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। रुक-रुक कर हो रही बारिश भी भक्तों की आस्था को डिगा नहीं पाई। रेनकोट और छाता लेकर बड़ी संख्या में लोग भोलेनाथ के दर्शन-पूजन और जलाभिषेक के लिए मंदिरों में जुटे हुए हैं।


विशेष पूजन और प्रार्थना

सावन के अंतिम सोमवार पर भक्त भगवान शिव की विशेष आराधना कर रहे हैं। हर जगह जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, बेलपत्र और धतूरे से पूजन करते हुए लोग अपने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि की कामना कर रहे हैं। सावन का समापन 9 अगस्त को रक्षाबंधन और श्रावणी उपाकर्म के साथ होगा।


लखनऊ: मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से लंबी कतारें

राजधानी लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई हैं। भक्त हाथों में जल कलश लेकर मंदिर में शिवलिंग पर जल चढ़ा रहे हैं और ‘हर हर महादेव’ के जयघोष कर रहे हैं। सुरक्षा और व्यवस्था के लिए पुलिस बल भी तैनात है।


प्रयागराज: प्रमुख शिवालयों में गूंजे जयकारे

प्रयागराज के प्रमुख शिव मंदिरों जैसे सोमेश्वर महादेव, नागवासुकी, मनकामेश्वर, तक्षक तीर्थ, पड़िला महादेव और दशाश्वमेध मंदिर में हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे हैं। मंदिर परिसर ‘बोल बम’ और ‘हर हर महादेव’ के नारों से गूंज रहा है। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के विशेष प्रबंध किए हैं।


एटा और लखीमपुर खीरी: बारिश में भी नहीं थमा उत्साह

एटा के कैलाश मंदिर और लखीमपुर खीरी के गोला गोकरनाथ स्थित भूतनाथ मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। भक्त देर रात से ही कतारों में लगे हुए हैं। बारिश के बावजूद शिवभक्ति का जोश कम नहीं हुआ।


गाजियाबाद: दूधेश्वरनाथ मंदिर में रात से जारी दर्शन

गाजियाबाद के ऐतिहासिक दूधेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालु रात से ही जुटने लगे थे। भोर होते ही मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। शिव भजनों की गूंज और विशेष पूजन के बीच लोग भोलेनाथ के चरणों में नतमस्तक हो रहे हैं।


शिवभक्ति की बेमिसाल तस्वीरें

सावन के इस पावन सोमवार ने यह साबित कर दिया कि आस्था किसी मौसम की मोहताज नहीं होती। प्रदेश के हर कोने में आज शिवालयों में भक्ति का सैलाब नजर आ रहा है, जो यह दर्शाता है कि शिवभक्तों के लिए सावन केवल एक महीना नहीं, एक पूर्ण आध्यात्मिक अनुभव है।